करवाचौथ को लेकर नगर के बाजारों में रौनक छाने लगी है। बाजारों में पर्व की खरीदारी को उमड़ी महिलाओं की भीड़ देख दुकानदारों के चेहरे खिल उठे हैं। वहीं, सुहागिने अभी से अपने को सवारने और सजाने में लग गई हैं, जिसके चलते व्यूटी पार्लर भी भीड़ से घीरे दिखे। दीवाली से 12 दिन पूर्व के प्रमुख त्योहार करवाचौथ की धूम छा गई है। बाजार पूजन सामग्री से सज गए हैं। नवविवाहिता पहले चौथ को यादगार बनाने के लिए विशेष तैयारियों में जुटी है। किसी ने मनपसंद उपहार खरीद को प्लान बनाया तो कई जोड़े सरप्राइज से पर्व को यादगार बनाने की तैयारी में है।
हर बाजार में रही रोनक इस त्यौहार के चलते बाजार में एक बार फिर से रौनक बढ़ गई है। बाजार में तीन दिन पहले ही जगह-जगह करवा की दुकानों सज गईं। भोलेपुर, फतेहगढ़, चुड़ी वाली गली, नेहरू रोड, सेठ गली आदि स्थानों पर मार्ग किनारे दुकानें हैं। दुकानों पर मिट्टी निर्मित करुवा, दीपक, कैलेंडर आदि सजे हुए थे। सौंदर्य प्रसाधन की दुकानों पर सुहागिन महिलाएं अपनी पसंदीदा चूडिय़ां, मेहंदी, क्रीम आदि का मोल भाव कर खरीदारी करती नजर आईं। यही हाल साड़ी व जेवरात खरीदने को कपड़ा व सर्राफा दुकानों पर महिलाओं की भीड़ का है। ब्यूटी पालरों पर मेकअप लगवाने के लिए महिलाओं की खासी भीड़ हो रही है। करवाचौथ व्रत पर तैयारी के लिए सौन्दर्य ब्यूटी पार्लरों में खासी भीड़ उमड़ रही है। सेठ गली व चूड़ी वाली गली सहित विभिन्न बाजारों और कॉलोनियों के ब्यूटी पार्लर पर महिलाओं ने एडवांस बुकिंग करा ली है। वहीं, इस त्योहार पर मेहंदी का चलन भी खूब है, जिसके चलते बड़ी संखया में महिलायों की भीड़ मेहंदी आर्ट की दुकानों पर दिखी।
करवा की है बड़ी मान्यता पर्व का मुख्य पूजन करवा से ही होता है। यह करवा शादी के बाद महिलाओं को मायके से दिया जाता है। शादी के पहले करवाचौथ पर करवा मिलने का महिलाओं को विशेष प्रतीक्षा रहती है। इसके बाद चूकने पर तीसरी, पांचवीं व सातवीं साल पर करवा दिए जाने की परंपरा है, जिन महिलाओं को मायके से करवा नहीं मिल पाता वे बाजार से माटी का करवा खरीदकर पर्व मनाती। बाजार में माटी का करवा 11 रुपए से 21 रुपए में मिल रहा है। सर्राफा बाजार में चांदी का करवा भी आया है। 100 से 500 ग्राम तक का चांदी का करवा बाजार में मौजूद है। सर्राफा व्यवसायी मानू सर्राफ ने बताया कि चांदी के करवा की कीमत 4500 से 21 हजार रुपए रखी गई है। महिलाओं ने करवा चौथ पूजन के लिए बाजार से पसारी के चूराए माटी करवा, कुश की सींक, खील बताशा तथा पूजन के पोस्टर की खरीद की। इस दौरान बाजार में खूब भीड़ रही।