यदि कन्नौज तक इसी प्रकार से फसल को नष्ट किया गया तो लगभग करोड़ों रुपये का नुकसान किसानों का हो जायेगा। बिजली ठेकेदार इसी वजह से रात में जब किसान खेतों से अपने घर चले जाते हैं, उसके बाद वह बिजली की लाइन बिछाने का काम शुरू करते हैं ताकि किसान मौके पर न हों। परन्तु जब यह मामला प्रकाश में आया तो सभी किसान एकजुट हो गए। देखना यह होगा की बिजली की लाइन बिछाने का काम शुरू हो पाता है या नहीं।