घटना नवाबगंज थाना क्षेत्र के नगला चंदेला गांव की है। गांव में भागवत कथा का आयोजन किया गया था। इस मौके पर भंडारा भी किया गया। भंडारा का प्रसाद खाने के बाद ग्रामीण अपने-अपने घर आ गए। जहां देर रात उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। देखते-देखते गांव में अफरा तफरी मच गई। बीमार लोगों में महिलाओं और बच्चों की संख्या अधिक है। गांव में उपलब्ध झोलाछाप डॉक्टर ने बीमार का उपचार किया।
इस बीच 60 मरीजों को डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। भीड़ इतनी बढ़ गई कि बेड भी कम पड़ गए। एक बेड में कई मरीजों का उपचार किया गया। इधर मरीजों की संख्या को देखते हुए अतिरिक्त डॉक्टरों को भी बुलाया गया।
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डीएम ने गांव में कैंप लगाने के दिए निर्देशडीएम संजय कुमार ने भी मामले की जानकारी प्राप्त की और अच्छा से अच्छा इलाज करने के निर्देश दिए। डॉक्टरों की टीम नगला चंदेला भेजी गई। जहां कैंप लगाकर बीमारों का उपचार किया गया। सीएमओ डॉ अवनींद्र कुमार ने बताया कि वह स्वयं भी गांव जा रहे हैं। फूड प्वाइजनिंग के कारण ग्रामीणों की तबीयत बिगड़ी है। अस्पताल में उपचार करा रही महिलाओं ने बताया कि गांव वालों ने प्रसाद चखा था। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की तबीयत खराब हो गई।