सीएमएस चेकिंग राउंड पर निकले तो 5 नम्बर कमरे में एक फर्जी डॉक्टर मरीजों के लिए दवाई लिखता मिला।
फर्रुखाबाद. जिले के सबसे बड़े अस्पताल राममनोहर लोहिया अस्पताल में वर्षो से मुन्ना भाइयों का खेल चल रहा है। अस्पताल की ओपीडी में यह लोग बैठकर बाहर से आए मरीजों की दवाई लिखकर उनकी जिन्दगी से खिलवाड़ कर रहे थे, जिसकी 22 दिन पहले सीएमएस से शिकायत की गई थी जब वह चेकिंग करने जैसे ही वह पहुंचे वहां से भाग निकले। बुधवार को जिस समय अस्पताल में चेकिंग राउंड पर निकले तो 5 नम्बर कमरे में एक फर्जी डॉक्टर मरीजों के लिए दवाई लिख रहा था तो उन्होंने अपने कर्मचारियों से मिलकर उसको पकड़ लिया फिर आवास विकास चौकी पुलिस को फोन से जानकारी दी। जबतक पुलिस नहीं पहुंची तब तक उसको अपने ऑफिस में बंद कर रखा था।
…लेकिन रजिस्टर पर पर्चों की एंट्री कर रहा थापुलिस के पहुंचने पर उसके हवाले कर दिया गया। कमरा नम्बर 5 में तैनात डॉक्टर एस पी सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि पकड़ा गया युवक मेरी कुर्सी पर नहीं बैठा लेकिन रजिस्टर पर पर्चों की एंट्री कर रहा था। यहां अस्पताल के कर्मचारियों के बच्चे भी सहयोग करने आ जाते हैं। हमारे पास बहुत अधिक काम बने रहते हैं। जब अपने कक्ष में मौजूद न होने पर कोई भी आकर दवाई लिखने लगे उसमें हमारी जिम्मेदारी नहीं है वह सीएमएस जाने कौन बैठा है।
हम मौजूद नहीं तो कक्ष को बंद रखना चाहिए। उधर लोहिया अस्पताल के चिकित्साधिकारी बीबी पुष्कर ने बताया कि कक्ष संख्या 5 में डॉक्टर मौजूद नहीं थे उनकी जगह कोई आदमी बैठकर मरीजों को दवाई की पर्ची बना रहा था। उसको पकड़कर पुलिस को सौंप दिया गया है। डॉक्टर से इस बात को लेकर जवाब तलब किया जा रहा है। सरकारी अस्पताल में दलालों पर वर्षों बाद कार्यवाही जिले में जब से राममनोहर लोहिया अस्पताल बनकर तैयार हुआ है जिसका उद्धघाटन
मुलायम सिंह यादव ने किया था। तभी दलालों ने अस्पताल में अपने तार बिछाने शुरू कर दिए थे। जिस कारण अस्पताल के आस पास प्राइवेट अस्पतालों की मंडी बन गई है। उससे दर्जनों लोग लखपति बन बैठे है।जिसकी शिकायत की वार उच्च अधिकारियों से की गई लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई।जबसे चिकित्साधिकारी बी बी पुष्कर बने तब से उन्होंने दलालो पर नजर रखनी शुरू कर दी थी अस्पताल से मरीजो को बाहर ले जाने वालों की सूची भी बनाई गई है।जिसका नतीजा यह निकला आज मुन्नाभाई पकड़ा गया है।