गाव वालों ने बताया यह कारण
गांव के लोगों ने बताया कि एक बार नौटंकी से पहले जागरण करा दिया तो इतनी भयानक आधी आई कि पूरा पांडाल उड़ गया था। खेतो में खड़ी फसलों में आग लग गई थी। जिस कारण गांव की खुशहाली के लिए सभी लोग देवी को प्रसन्न रखने के लिए इस मेले का आयोजन कराते चले आ रहे हैं। इस ग्रामीण मेले का आनंद लेने के लिए कई जिलों से लोग आते है। यह गांव फर्रुखाबाद से लगभग 15 किलोमीटर दूर पर बसा हुआ है। यहां पर पहुंचने के लिए अपने निजी वाहन या टैक्सी से आसानी से पहुंचा जा सकता है।