पुलिस अधीक्षक के मुताबिक, गैंग के शातिर अलग-अलग शहरों के होटलों में फर्जी नाम व पते से रुकते थे। यहां वह जस्ट डायल के माध्यम से खुद कार चलाने की सुविधा देते थे और मौका मिलते ही कार लेकर रफूचक्कर हो जाते थे। इसके बाद ये शातिर चोरी की कार को गैंग लीडर के बताये ठिकाने पर पहुंचा देते थे। गैंग लीडर गाड़ियों के फर्जी कागज बनवाकर लोगों को औने-पौने दामों में बेच दिया करता था।
एसपी अतुल शर्मा ने बताया कि पुलिस को मुखबिर से मिली थी कि राष्ट्रीय स्तर का कार चोर गिरोह फर्रुखाबाद में दाखिल हो चुका है। पुलिस ने प्लान बनाकर उसे गिरफ्तार कर लिया। लेकिन उसका गुरू और गैंग का सरगना इलियाश उर्फ हाफिज पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। पुलिस अधीक्षक अतुल शर्मा ने पुलिस लाइन सभागार में बताया कि स्वाट टीम प्रभारी कुलदीप दीक्षित, प्रभारी निरीक्षक राजेश पाठक व सर्विलांस प्रभारी विनय राय ने शहर कोतवाली क्षेत्र के देवरामपुर क्रासिंग के पास से शातिर को गिरफ्तार किया है। एसपी ने शातिर चोर को पकड़ने वाली पुलिस टीम के लिये पुरस्कार की घोषणा की है।