शोर मचाया तो भाग निकले
नगर से सटे कुबेरपुर गांव में गुरुवार रात आधा दर्जन से अधिक असलहाधारी बदमाशों ने नसीम पुत्र फहीम को बंधक बना लिया, इसके बाद परिवार के अन्य सदस्यों को अपनी निगरानी में लेकर घर में लूटपाट की। इस घर के बाद डकैतों ने पास में ही रिटायर पालिका कर्मी राशिद अली के घर पर धावा बोला। यहां पर डकैतों ने राशिद अली और उनकी पत्नी बदरूल निशा की गोली मार कर हत्या कर दी। गोली चलने की आवास पर राशिद के छोटे भाई अफसान खान ने शोर मचाया तो डकैत भाग निकले।
नगर से सटे कुबेरपुर गांव में गुरुवार रात आधा दर्जन से अधिक असलहाधारी बदमाशों ने नसीम पुत्र फहीम को बंधक बना लिया, इसके बाद परिवार के अन्य सदस्यों को अपनी निगरानी में लेकर घर में लूटपाट की। इस घर के बाद डकैतों ने पास में ही रिटायर पालिका कर्मी राशिद अली के घर पर धावा बोला। यहां पर डकैतों ने राशिद अली और उनकी पत्नी बदरूल निशा की गोली मार कर हत्या कर दी। गोली चलने की आवास पर राशिद के छोटे भाई अफसान खान ने शोर मचाया तो डकैत भाग निकले।
जिंदा समझकर सीएचसी ले जाया गया
घटना की जानकारी पर गांव में लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। रात में ही इसकी सूचना पुलिस को दी गई। कुछ देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची और वृद्धा बदरूल निशा को जिंदा समझकर सीएचसी ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी पर पुलिस अधीक्षक मृगेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। घटना को लेकर बातचीत की। मृतक राशिद का पुत्र बारिशे दिल्ली में नौकरी करता है। उसे घटना के बारे में जानकारी दे दी गई है। राशिद और उनकी पत्नी बदरूल निशा घर में अकेले रहती थी। अनुमान लगाया जा रहा है कि डकैतों से भिडऩे पर ही डकैतों ने राशिद और उसकी पत्नी बदरूल की हत्या कर दी। डकैतों का पता लगाने के लिए डाग स्क्वायड भी बुलाया गया पर पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली। घर से कितना माल गया है यह मृतक राशिद के बेटे बारिश के दिल्ली से आने के बाद ही पता चलेगा।
घटना की जानकारी पर गांव में लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। रात में ही इसकी सूचना पुलिस को दी गई। कुछ देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची और वृद्धा बदरूल निशा को जिंदा समझकर सीएचसी ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी पर पुलिस अधीक्षक मृगेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। घटना को लेकर बातचीत की। मृतक राशिद का पुत्र बारिशे दिल्ली में नौकरी करता है। उसे घटना के बारे में जानकारी दे दी गई है। राशिद और उनकी पत्नी बदरूल निशा घर में अकेले रहती थी। अनुमान लगाया जा रहा है कि डकैतों से भिडऩे पर ही डकैतों ने राशिद और उसकी पत्नी बदरूल की हत्या कर दी। डकैतों का पता लगाने के लिए डाग स्क्वायड भी बुलाया गया पर पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली। घर से कितना माल गया है यह मृतक राशिद के बेटे बारिश के दिल्ली से आने के बाद ही पता चलेगा।