पीड़ित पिता ने थाना शमशाबाद के ग्राम ललौर निवासी आकृति पुत्र जयप्रकाश के विरुद्ध पुत्री के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। रिश्तेदार होने के कारण आकृति का शिक्षिका के घर आना जाना था। आकृति योजना के तहत 12 अगस्त को शिक्षक के घर रुका। 22 वर्षीय शिक्षका 13 अगस्त को सुबह 7.30 बजे घर से यह कहकर निकली कि मैं मोहल्ले के ही गंगानगर कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ाने जा रही हूं।
सोने की अंगूठी व चैन लेकर भागी शिक्षिका
शिक्षका के पीछे आकृति उसके घर से निकला। गंगा नगर कॉलोनी निवासी अर्पित अवस्थी पुत्र विनोद कुमार एवं थाना राजेपुर के ग्राम खंडोली निवासी श्रवण कुमार पुत्र नत्थू लाल ने प्रातः करीब 10 बजे शिक्षिका को आकृति के साथ जाते कोतवाली फर्रुखाबाद की देवरामपुर रेलवे क्रासिंग के पास जाते हुए देखा था और यह जानकारी शिक्षिका के पिता को दी। पिता ने स्कूल जाकर जानकारी की तो पता चला कि बेटी स्कूल पढ़ाने नहीं गई थी। घर जाने पर पता चला की बेटी अपनी शिक्षा के सभी प्रमाण पत्र के कागजात के अलावा 24 हजार रुपये नकद सोने की अंगूठी व चैन भी ले गई।
चौकी इंचार्ज यशपाल गौतम को सौंपी गई रिपोर्ट
शिक्षका को भगाने में थाना नवाबगंज के ग्राम उखरा निवासी पप्पू उर्फ अभिषेक दीक्षित की पुत्री सोनम एवं ग्राम ललौर निवासी वंटू पुत्र ब्रह्मानंद एवं वंटू की पत्नी का हाथ है। सोनम शिक्षक की मौसी की बेटी है सोनम, वंटू व बंटू की पत्नी ने शिक्षिका को तलाश कराने में सहयोग करने से साफ मना कर दिया। पिता ने दर्ज कराई रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख किया है। मुकदमे की विवेचना कादरी गेट चौकी इंचार्ज यशपाल गौतम को सौंपी गई।
पुलिस कोई जबरदस्ती नहीं कर सकती
कोतवाल राजेश पाठक ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है लेकिन पिता की तहरीर के अनुसार वह बालिग है। इसलिए पुलिस कोई जबरदस्ती नहीं कर सकती है। उसको खोजकर कोर्ट में पेश किया जाएगा। जो लड़की फैसला लेगी वह सभी को मानना पड़ेगा लेकिन पिता के दर्द को समझते हुए लड़की बरामद करना हमारी प्राथमिकता है।