जिले में मेजर एसडी शिक्षा ग्रुप के चेयरमैन अनार सिंह यादव के बेटे की शादी समारोह में शिरकत करने आए सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव ने वार्ता में राम मंदिर पर अपने विचार पेश करते हुए कहा कि राम मंदिर का मुद्दा सन्त व अन्य समाज के लोगों द्वारा आपस में बैठकर समझौते से सुलह हो जाये, वह सभी के लिए अच्छा है।
“आज मेरे पास कोई पद नहीं”- आगामी यूपी निकाय चुनाव पर उन्होंने कहा कि जो भी सपा नेता चुनाव के मैदान में अच्छा प्रदर्शन करेगा वो चुनाव जीत जायेगा। शिवपाल यादव ने इसके बाद पार्टी में अपनी खोई हुई छवि पर निराशाजनक भाव में कहा कि आज मेरे पास पार्टी में कोई पद नहीं है। आज मैं केवल एक विधायक हूं। पूरे प्रदेश का भृमण कर रहा हूं और पार्टी को मजबूत करने में लगा हूं।
..तो अखिलेश फिर होते उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री उन्होंने आगे कहा कि सपा में आपसी गुटबाजी न हुई होती तो अखिलेश फिर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने होते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। जो गलती अखिलेश यादव ने चुनाव के दौरान की थी वह उनको मैं बताऊंगा। आखिर उन्होंने कौन-कौन सी गलतियां की है।
इसलिए हटाए गए शिवपाल अपने पद से- प्रदेश में समाजवादी पार्टी के सबसे ताकतवर नेता कहे जाने वाले शिवपाल सिंह यादव पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कई योजनाओं व उनके कामों से हमेशा नाराज रहते थे। शिवपला को मालूम था कि सरकार रहते उन कामों पर मुख्यमंत्री द्वारा रोक नहीं लगाई गई तो विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ सकता है। आखिरकार वही हुआ जिसका डर था। खनन से लेकर पक्षपात की राजनीति का विरोध करने पर यादव परिवार में आपसी कलह शुरू हुआ। जो सभी के सामने आ गया था। रामगोपाल यादव व शिवपाल सिंह यादव के बीच झगड़े के चलते शिवपाल को उनके पद से हाथ धोना पड़ा था। उसके बाद अभी तक उनके पास कोई पद नहीं है। हाल ही में हुए सपा के राष्ट्रीय सम्मेलन से सभी नेताओं ने आपसी झगड़े को समाप्त करने की बानगी पेश की थी। सभी कार्यकर्ता एक मंच पर दिखाई देे रहे थे। लेकिन शिवपाल के ताजा बयान से साफ है कि पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं हैं।