सर्वोदय नगर निवासी नाहर सिंह की ओर से जिलाधिकारी को दिए गए शिकायती पत्र में कहा गया कि शहर की सीमा पर ग्राम नूरपुर स्थित वक्फ नवाब मेंहदी अली की 3.65 एकड़ भूमि को अवैध और कूटरचित दस्तावेज तैयार कर बेचा गया है। एसडीएम सदर द्वारा की गई शिकायत की जांच में पाया गया कि चकबंदी के दौरान आकार पत्र-45 के अभिलेखों में हेराफेरी कर वक्फ नवाब मेहंदी अली का नाम हटाकर नवाब सफदर अली के नाम दर्ज कर दिया गया। तत्कालीन तहसीलदार सदर ने गैरपंजीकृत वसीयत के आधार पर विवादित भूमि को सफदर सुल्तान के नाम से खारिज कर अजादार जैदी के नाम दर्ज कर दिया, जो कि न्यायिक दृष्टि से शून्य था। उन्होंने बताया कि आजाद जैदी की मृत्यु से ठीक एक दिन पहले भूमि को उर्मिला राजपूत के नाम कर दिया गया।
साढ़े तीन करोड़ की जमीन हथियाने का आरोप नाहर सिंह की शिकायत के मुताबिक करीब साढ़े तीन करोड़ की वक्फ भूमि फर्जी वसीयत के आधार पर उर्मिला राजपूत द्वारा हड़पी गई है। इस शिकायत के बाद जिलाधिकारी ने सपा नेता व पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत को भूमाफिया घोषित किया है और भूमि को दोबारा वक्फ संपत्ति दर्ज किए जाने के आदेश दिए गए हैं। मामले में पूर्व विधायक के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के आदेश कर दिए गए हैं।