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ये लोग रहे मौजूद
केंद्र सरकार की तरफ से उनको मदद दी जा रही है। हम लोग मदद कितनी भी कर दें उन बच्चों के आगे कुछ नहीं हैं क्योंकि वह बच्चे अपने मां बाप के लिए अनमोल थे। इस कैडिल मार्च में चार विधानसभाओं से कोई भी विधायक शामिल नहीं हुआ दूसरी तरफ केवल लाल गेट स्थित फब्बारा के चारों तरफ एक चक्कर लगाकर कैंडिल मार्च को पूरा कर लिया गया है। ज्यादातर पदाधिकारी अपनी अपनी सेल्फी खीचने में मस्त दिखाई दे रहे थे। आखिर दर्द क्या होता है वह उन्हीं को मालूम होता है जिनके साथ घटना घटती है। एक कहावत है जिसके पैर न जाये बिमाई वह क्या जाने पीर पराई। राजनीति के गलियारे में यह तो आम बात हो गई है। नगर अध्यक्ष हिमांशु गुप्ता, जिला महामंत्री शैलेन्द्र सिंह राठौर, प्रबल त्रिपाठी, ममता सक्सेना, संजीब गुप्ता, राजकुमार वर्मा, पियूष त्रिपाठी, सुमन राठौर आदि रहे।
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बिना परमिट वाली गाड़ियों को बंद करा दिया जाए
जिले जल्द चलाया जा सकता है बड़ा अभियान-पूरे प्रदेश के हर जिले में कहीं न कहीं रोजाना ही दुर्घटना में बच्चों से लेकर अन्य लोगों की मौत हो रही है। जिसका मुख्य कारण यह है कि डग्गामार बाहनो पर लगाम नहीं लगाई जा रही है। माल ढोने वाली गाड़िया सड़कों पर सबारिया ढोने का काम कर रही है। जिसका मुख्य कारण पुलिस व एआरटीओ की खुली छूट के कारण यह सब चल रही है। भाजपा नेताओं ने अधिकारियों से मांग की है जिले में बड़े पैमाने पर अभियान चलाकर बिना परमिट वाली गाड़ियों को बंद करा दिया जाए। जिससे दुर्घटनाओं में कमी आ सके।