ये भी पढ़ें- फर्जी प्रमाण पत्र पर 4 साल से नौकरी करने वाले चार शिक्षक बर्खास्त दरअसल शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े का खेल चल रहा था। साल 2020 में एसआईटी ने नगर क्षेत्र और नवाबगंज ब्लॉक में तैनात दो शिक्षिकाओं के पैन कार्ड की जांच के लिए बीएसए कार्याल को पत्र भेजा था। नगर क्षेत्र के एक विद्यालय में तैनात शिक्षिका का पैन कार्ड और मैनपुरी के एक विद्यालय में तैनात शिक्षिका के पैन कार्ड एक ही पाए गए। इन दोनों के वेतन रोक कर जांच करवाई गई। तो नगर क्षेत्र में तैनात अनिता कुमारी फर्जी शिक्षिका पाई गईं। नवाबगंज में तैनात शिक्षिका की जांच खंड शिक्षा अधिकारी ललित मोहन पाल कर रहे थे। जानकारी के मुताबिक प्राथमिक विद्यालय नवाबंगज में तैनात शिक्षिका सुमन शाक्य की नियुक्ति फर्जी है। जिसकी रिपोर्ट उन्होंने 9 जून को डाक से बीएसए कार्यालय भेज दी है। बीएसए ने बताया जांच रिपोर्ट मिली है ऐसा है तो शिक्षिका को बर्खास्त किया जाएगा।
शिक्षिका को 22 जून को अपने रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। शिक्षिकों की फर्जी नियुक्ति का ये नया मामला नहीं है। इससे पहले भी सैकड़ों की संख्या में फर्जी शिक्षक बर्खास्त किए गए हैं। लोग फर्जी मार्कशीट के सहारे नौकरी तो पा जा रहे हैं, लेकिन जब जांच हो रही है, तो सारी पोल-पट्टी खुल जा रही है। नतीजा जिस टिकड़म से नौकरी मिली है उसे गवाना पड़ रहा है।