चप्पल लेकर आया और पुलिस को दिखाई
12 जनवरी को सुबह पुलिस और परिवार के लोग बच्ची की खोज रहे थे तभी परिवार का मूकबधिर चाचा अनिल कुमार उसकी चप्पल लेकर आया और पुलिस को दिखाई। उसके बताए स्थान पर पुलिस गई तो अधबने मकान के एक कमरे में भरे भूसे में बच्ची का शव दबा हुआ मिला। पिता की तहरीर पर अज्ञात हत्यारोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई।
एसपी संतोष मिश्रा के निर्देश पर स्वाट टीम प्रभारी कुलदीप दीक्षित और कायमगंज कोतवाल राधेश्याम यादव को हत्याकांड का खुलासा करने के लिए लगाया गया।
12 जनवरी को सुबह पुलिस और परिवार के लोग बच्ची की खोज रहे थे तभी परिवार का मूकबधिर चाचा अनिल कुमार उसकी चप्पल लेकर आया और पुलिस को दिखाई। उसके बताए स्थान पर पुलिस गई तो अधबने मकान के एक कमरे में भरे भूसे में बच्ची का शव दबा हुआ मिला। पिता की तहरीर पर अज्ञात हत्यारोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई।
एसपी संतोष मिश्रा के निर्देश पर स्वाट टीम प्रभारी कुलदीप दीक्षित और कायमगंज कोतवाल राधेश्याम यादव को हत्याकांड का खुलासा करने के लिए लगाया गया।
…तो सच्चाई सामने आई गई टीम ने शक होने पर मूकबधिर अनिल कुमार को पकड़ा था। मूकबधिर विद्यालय के शिक्षक का सहारा लेकर अनिल कुमार से पूछताछ की गई तो सच्चाई सामने आई गई। उसने बताया कि मूकबधिर पहले बच्ची को अमरूद के बाग में ले गया था। इसके बाद वह उसे भूसे वाले कमरे में लाया। जहां उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस ने मूकबधिर अनिल कुमार को दुष्कर्म के बाद बच्ची की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।