देर से दरवाजा खोला और प्रेमी को बक्शे में छिपा दिया केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 75 बटालियन के जांबाज हवलदार दिनेश दिवाकर 6 जून को 15 दिन की छुट्टी लेकर घर के लिए निकले थे। उनके मोबाइल की लोकेशन बताती है कि वह 7 जून की रात करीब 1 बजे अपने घर के करीब थे। फिर दिनेश का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। उधर, दिनेश की पत्नी रमा ने अपने मोबाइल से 8 जून को दोपहर में एटा में रहने वाली सास को बताया कि दिनेश 15 दिन की छुट्टी पर घर के लिए निकले थे, लेकिन अभी तक पहुंचे नहीं हैं। सास ने घर में बात बताई तो दिनेश ने अपने बड़े भाई रमेश चंद्र ने बताया कि 7 जून को रात एक बजे बात हुई थी, दिनेश ने बताया था कि घर पहुंच गए हैं। ऐसे में रमा पर शक बढऩा स्वाभाविक था।
अगले दिन खेत में लाश मिली, जिसे पेट्रोल से जलाया था दिनेश के गायब होने के एक दिन बाद उसके घर से कुछ दूर एक खेत में लाश मिली, जिसे पेट्रोल से जलाया गया था। रमा को जानकारी हुई, लेकिन वह शिनाख्त करने नहीं गई। ऐसे में दिनेश की तलाश में एटा से आए भाई रमेश मौके पर गया तो सामने दिनेश की लाश थी। लाश मिलने की जानकारी के बावजूद रमा पहचान करने नहीं गई थी, इसी गलती ने रमा का भंडाफोड़ कर दिया। पुलिस तक बात पहुंची और रमा को हिरासत में लेकर सख्ती हुई तो उसने सनसनीखेज राज उगल दिया। बताया कि दिनेश चुपचाप घर लौटे तो वह कमरे के अंदर प्रेमी अमोल के साथ आपत्तिजनक स्थिति में थी। ऐसे में कपड़े ठीक करने और अमोल को छिपाने में वक्त लग गया। कपड़े पहनने के बाद उसने अमोल को एक बड़े बक्से में बंद कर दिया था। घर के अंदर दाखिल होने के बाद दिनेश ने रमा को मारा-पीटा, लेकिन तमाम तलाश के बावजूद अमोल को खोज नहीं पाया।
रात में पति के साथ किया सेक्स, फिर करा दिया कत्ल कहानी में अभी थ्रिल है। दिनेश से मार खाने के बाद रमा ने अपनी अदाओं से दिनेश को पिघला दिया। दोनों बच्चों की नींद नहीं खुली थी, ऐसे में दिनेश और रमा बाहर खुले में साथ-साथ लेट गए। पुलिस हिरासत में रमा ने बताया कि दिनेश के साथ दांपत्य का सुख लेने के बाद उसने सोने का बहाना बना लिया। दिनेश भी सो गए तो प्रेमी अमोल को बक्से से बाहर निकाल लिया। इसके बाद दोनों ने कंबल से दिनेश का मुंह बंद करने के बाद उसका गला घोंट दिया। फिर घर में रखे पेट्रोल से उसकी लाश को फूंक दिया।
हत्यारिन रमा ने अपने बच्चों को कमरा नहीं खोलने दिया पति दिनेश को ठिकाने लगाने के बाद रमा ने लाश को कमरे में बंद कर दिया। अगली सुबह बच्चों ने कमरा खोलना चाहा तो रमा ने चाभी देने से इंकार कर दिया। बच्चों ने जिद ठानी तो डांटकर चुप करा दिया। देर शाम को रमा का प्रेमी स्कूटी लेकर आया और रमा की मदद से लाश को लादकर करीब के खेत में फेंक आया। रमा और अमोल ने लाश के साथ दिनेश का बैग और मोबाइल भी फेंक दिया। यह इसलिए किया गया ताकि लाश मिलने के बाद यह साबित करना आसान रहे कि दिनेश को घर पहुंचने से पहले बदमाशों ने मार डाला था।
रमा का भाई और प्रेमी का दोस्त पुलिस की हिरासत में इस मामले की जांच में जुटे शहर कोतवाल संजीव सिंह राठौर ने रमा को गिरफ्तार करने के साथ ही उसके भाई राहुल और अमोल के मित्र रामगोपाल को हिरासत में लिया है। रामगोपाल का कहना है कि वह घर में परचून की दुकान चलाता हूं, अमोल उसके गांव का है, लेकिन कोई संबंध नहीं है। दूसरी ओर, रमा का भाई राहुल आगरा से बीएड कर रहा हूं। उसने दावा किया कि जीजा की हत्या में उसका हाथ नहीं है।