फैशन में इनोवेशन और स्टाइल की खास इम्पॉर्टेंस होती है। यही वजह है कि फैशन स्टेटमेंट में लगातार बदलाव देखने को मिलते हैं। फैशन स्टाइल में बदलते पैटर्न से मार्केट को अप मिलता है, वहीं इसके जरिए लोगों में नई स्टाइल्स और स्वैग का भी बूम देखने को मिल जाता है। इन दिनों यंगस्टर्स में फैशन फॉलोइंग का मतलब सिर्फ आउटफिट्स तक नहीं है, बल्कि युवा अपने स्टाइल स्टेटमेंट को बदलने के लिए फैशन एसेसरीज पर खास फोकस करने लगे हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण फैक्टर शूज-स्लीपर हैं। इन दिनों युवाओं में बेबूशे शूज और स्लीपर का फैशन सिर चढक़र बोल रहा है। दरअसल, एलीट क्लास यंगस्टर्स अब एेसे शूज और स्लीपर को प्रायोरिटी दे रहे हैं, जो लुक के साथ कंफर्ट भी दें।
फ्लैट, पॉइंटेड और प्रीटी कम्फर्ट
एक्सपट्र्स के अनुसार, एक जमाने में जो अगली शूज ट्रेंड माना जाता था। अब वह फैशन में आ गया है। पिछले कुछ सालों में बेबूशे और स्लीपर यंगस्टर्स की खास पसंद बने हैं। अब यूथ का माइंडसेट ऐसा है, जिसमें वो तीन चीजों पर खास तरह से फोकस कर रहे हैं, वो है- फ्लैट, पॉइंटेड और प्रीटी कंफर्ट। बेबूशे शूज को पसंद करने की दूसरी वजह इनका चीप प्राइज में अवेलेबल होना भी है। बेबूशे सभी बड़े और इंटरनेशनल शूज ब्रैंड्स में भी उपलब्ध हैं।
रेडी टु वियर
फुटवियर शॉप ओनर राजू सिरवानी का कहना है कि मौजूदा दौर में यंगस्टर्स प्रोडक्ट चूज करने में ज्यादा समय नहीं लगाते। यही बात उनके फैशन फॉलोइंग नेचर में भी दिखाई देती है। चूंकि बेबूशे रेडी टु वियर हैं और इनको वियर करने में भी इनका कंफर्ट खास रहता है, लिहाजा बेबूशे शूज और स्लीपर मार्केट में पसंद किए जा रहे हैं। फुटवियर विके्रता महेश शर्मा ने बताया कि बेबूशे ज्यादातर २२ से ३५ एज ग्रुप यंगस्टर्स पसंद करते हैं। बॉयज नाइट वॉकिंग में इसे खास प्रायोरिटी देते हैं, वहीं गल्र्स में बेबूशे शूज-स्लीपर की ज्यादा डिमांड है।
ये हैं स्टाइल और पैटर्न
एक्सपट्र्स के अनुसार, गल्र्स में रॉ सिल्क, वेलवेट, शिफॉन, स्वेड मैटेरियल से बने शूज लाइक किए जाते हैं, वहीं गल्र्स में फ्लॉवर एम्ब्रॉयडरी और मल्टीकलर डिजाइन को भी तरजीह दी जा रही है। मेल में स्वेड लैदर और स्पोट्र्स बेबूशे पसंद किए जा रहे हैं। कलर्स की बात करें, तो गल्र्स में रानी, ब्लू, सीग्रीन, पीच और रेड कलर प्रायोरिटी में हैं, वहीं बॉयज में ब्लैक, ब्राउन और व्हाइट हिट हैं।
क्या है बेबूशे
बेबूशे हीललेस स्लीपर-शूज को कहा जाता है। इसे मोरोकन शूज भी कहा जाता है, क्योंकि यहां ऐसे जूतों का काफी प्रचलन है। यह भी जानकारी है कि १७वीं शताब्दी में फ्रेंच दरबारियों में भी इस तरह के शूज फैशन में थे। खास बात यह है कि ये शूज एडी से खुले होते हैं। समय के बदलाव के साथ इसके पैटर्न में भी बदलाव आया है।