डाइटीशियंस का मानना है कि डाइट चार्ट हमेशा इस अंदाज में बना होना चाहिए कि उसमें कैलरी खर्च होने के अनुपात को भी ध्यान में रखा गया हो। खाने के कई सारे समूह होते हैं, चार्ट ऐसे बनाया जाना चाहिए कि इन समूहों में मौजूद विविधता का भरपूर इस्तेमाल हो सके।
हर दो घंटे में कुछ ना कुछ खाते रहें
समर्स में एनर्जी सबसे ज्यादा खत्म होती है, यानी स्वेटिंग के चलते बॉडी का टेम्प्रेचर और पानी की कमी होने लगती है। एेसे में ज्यादा से ज्यादा पानी पीना और और हर दो घंटे में बैलेंस डाइट रखना बेहद जरूरी हो जाता है। डाइटीशियन श्रष्टि भारद्वाज ने बताया कि दिनभर में ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर वाले तीन आहार नहीं, बल्कि पूरे 5 आहार का सेवन करना होगा। इन सबके बीच कम से कम 2 घंटे के अंतराल की बात भी पक्की करनी चाहिए।
समर्स में एनर्जी सबसे ज्यादा खत्म होती है, यानी स्वेटिंग के चलते बॉडी का टेम्प्रेचर और पानी की कमी होने लगती है। एेसे में ज्यादा से ज्यादा पानी पीना और और हर दो घंटे में बैलेंस डाइट रखना बेहद जरूरी हो जाता है। डाइटीशियन श्रष्टि भारद्वाज ने बताया कि दिनभर में ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर वाले तीन आहार नहीं, बल्कि पूरे 5 आहार का सेवन करना होगा। इन सबके बीच कम से कम 2 घंटे के अंतराल की बात भी पक्की करनी चाहिए।
दरअसल 3 घंटे से ज्यादा का समय शरीर में तनाव बढ़ाने वाले हार्मोन यानी कोर्टिसॉल को बढ़ा देता है। जिसकी वजह से पेट पर वसा की परतें बढ़ती हैं। समय का ध्यान रख कर खाया जाए तो मोटापा निश्चित ही कम होता है। इसलिए हमेशा ब्रेकफास्ट हैवी लेना चाहिए और डिनर को हमेशा लाइट रखना चाहिए।
ट्रेडिशनल वाटर ट्रीटमेंट हमेशा बेस्ट
डाइटिशियन अंजली फाटक ने बताया कि यदि किसी के लिए प्रोटीन फ ायदेमंद है, तो दूध के अलावा पनीर, अंडे, टोफू, सोयाबीन का दूध, सोयाबीन की बडिय़ां वगैरह का विकल्प तैयार रख सकते हैं। यह हमेशा पता होना चाहिए कि आपको आवश्यक पोषक तत्व किन-किन चीजों में मिलेंगे। इस समय लू लगने की सबसे प्रॉब्लम आती है, ऐसे में बॉडी को वाटर सप्लाइ मिलना बेहद जरूरी है। पानी की कमी को दूर करने के लिए ट्रेडिशनल वाटर का भी यूज हो सकता है। छाछ, राबड़ी, कॉकोनेट, जौ की छाछ, वॉटर मेलन सहित कई जूसी फूड हमेशा बेस्ट रहते है। हमारी सभी को सलाह रहती है कि घर से निकलने से पहले ब्रेकफास्ट जरूरी है।
डाइटिशियन अंजली फाटक ने बताया कि यदि किसी के लिए प्रोटीन फ ायदेमंद है, तो दूध के अलावा पनीर, अंडे, टोफू, सोयाबीन का दूध, सोयाबीन की बडिय़ां वगैरह का विकल्प तैयार रख सकते हैं। यह हमेशा पता होना चाहिए कि आपको आवश्यक पोषक तत्व किन-किन चीजों में मिलेंगे। इस समय लू लगने की सबसे प्रॉब्लम आती है, ऐसे में बॉडी को वाटर सप्लाइ मिलना बेहद जरूरी है। पानी की कमी को दूर करने के लिए ट्रेडिशनल वाटर का भी यूज हो सकता है। छाछ, राबड़ी, कॉकोनेट, जौ की छाछ, वॉटर मेलन सहित कई जूसी फूड हमेशा बेस्ट रहते है। हमारी सभी को सलाह रहती है कि घर से निकलने से पहले ब्रेकफास्ट जरूरी है।
एक्सरसाइज जरूरी
डाइट के साथ सबसे ज्यादा जरूरी एक्सरसाइज होती है, जिसे सभी को पालन करना जरूरी है। डाइटीशियंस का मानना है कि अक्सर लोग डाइट चार्ट तो प्लान कर लेते हैं, लेकिन एक्सरसाइज पर ध्यान नहीं देत। ऐसे में नेगेटिव रिजल्ट भी देखने को मिलते है। ऐसे में बॉडी के लिए जरूरी रुटीन एक्सरसाइज आवश्यक रूप से करनी चाहिए।
डाइट के साथ सबसे ज्यादा जरूरी एक्सरसाइज होती है, जिसे सभी को पालन करना जरूरी है। डाइटीशियंस का मानना है कि अक्सर लोग डाइट चार्ट तो प्लान कर लेते हैं, लेकिन एक्सरसाइज पर ध्यान नहीं देत। ऐसे में नेगेटिव रिजल्ट भी देखने को मिलते है। ऐसे में बॉडी के लिए जरूरी रुटीन एक्सरसाइज आवश्यक रूप से करनी चाहिए।
ये होना चाहिए हमारी डेली डाइट में
– 3 से 4 लीटर प्रतिदिन पानी
– 10 से 15 ग्राम शुगर
– 20 एमएल ऑयल पूरे खाने में मॉर्निंग- वॉक के साथ गुनगुना पानी, लेमन वाटर या चाय-कॉफी और 6 बादाम कम से कम
ब्रेकफास्ट – वेजिटेबल पोहा, इडली सांभर, एक ग्लास दूध, फ्रू ट्स और 2 एग (वाइट वाला पोर्शन )
लंच- सलाद, दो चपाती, हाफ बाउल राजमा, हाफ बाउल दाल, हाफ बाउल रायता, हाफ बाउल वेजिटेबल सब्जी
इवनिंग- चाय-कॉफी, बिस्किट, सूप, फ्रूट्स
डिनर- खिचड़ी, वेजिटेबल दलिया, दो चपाती, हाफ सब्जी-दाल, दूध
– 3 से 4 लीटर प्रतिदिन पानी
– 10 से 15 ग्राम शुगर
– 20 एमएल ऑयल पूरे खाने में मॉर्निंग- वॉक के साथ गुनगुना पानी, लेमन वाटर या चाय-कॉफी और 6 बादाम कम से कम
ब्रेकफास्ट – वेजिटेबल पोहा, इडली सांभर, एक ग्लास दूध, फ्रू ट्स और 2 एग (वाइट वाला पोर्शन )
लंच- सलाद, दो चपाती, हाफ बाउल राजमा, हाफ बाउल दाल, हाफ बाउल रायता, हाफ बाउल वेजिटेबल सब्जी
इवनिंग- चाय-कॉफी, बिस्किट, सूप, फ्रूट्स
डिनर- खिचड़ी, वेजिटेबल दलिया, दो चपाती, हाफ सब्जी-दाल, दूध