scriptभ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी को योगी राज मे फिर मिल गया मलाईदार पद, जानिए कौन है धर्मकीर्ति | administration given gift of corrupt officer in fatehpur | Patrika News

भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी को योगी राज मे फिर मिल गया मलाईदार पद, जानिए कौन है धर्मकीर्ति

locationफतेहपुरPublished: Sep 09, 2018 12:51:38 pm

Submitted by:

Ashish Shukla

मामला अधिकारियों तक पहुंचा तो अब कार्रवाई की बात कर रहे हैं

up news

भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी को योगी राज मे फिर मिल गया मलाईदार पद, जानिए कौन है धर्मकीर्ति

फतेहपुर. जिले के हथगांव विकास खंड के शाहपीरपुर चलथरा गांव में आवासों में की गई गड़बड़ी पर हुई शिकायत के बाद ग्राम विकास अधिकारी सहित अन्य जिम्मेदारों पर मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। मामले में प्रधान प्रतिनिधि पर तो कार्रवाई हो गई लेकिन बड़े पैमाने पर आवासों में गड़बड़ी करने वाले ग्राम विकास अधिकारी को बहाल करने के बाद उसे उसी गांव में फिर से तैनाती दे दी गई। वहीं मामला अधिकारियों तक पहुंचा तो अब कार्रवाई की बात कर रहे हैं।
अब इसे योगी राज में अंधेर ना कहें को फिर क्या कहे। गांव में 98 आवासों में 53 में गड़बड़ी की गई जिसमें 40 आवास अभी तक बने ही नहीं और पांच आवास ऐसे लोगों को आवंटित कर दिए गए जो इस गांव के रहने वाले तक नहीं थे और सभी का पैसा भी हजम कर लिया गया। एफआईर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शाहिद हसन और ग्राम विकास अधिकारी धर्मकीर्ति चौधरी पर साल 2015 में मुकदमा दर्ज हुआ था। इतना ही नहीं ग्राम प्रधान प्रतिीनिधि को जेल भी भेजा गया था।
लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि आरोपी ग्राम विकास अधिकारी पर किसी तरह की बड़ी कार्रवाई नहीं हुई। हद तो तब हो गई जब उसी आरोपी अधिकारी को अभी कुछ दिनों पहले ही उसी गांव में फिर से बहाल कर दिया गया। जो प्रशासिनक अधिकारी की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा रहा है। वहीं सूत्रों की माने तो धर्मकीर्ति चौधरी की विभाग में अच्छी पकड़ होने की वजह से वो मामले से साफ बच निकला। वहीं इस मामले में जब जिम्मेदार अधिकारीयों से बात की गई तो उन्होंने मामले से अनिभिग्यता जताते हुए जांच कराने की बाद कही है।
हैरान है गांव के लोग
गांव के लोग इस बात से हैरान है कि भ्रष्टाचार मुक्त उत्तर प्रदेश का नारा देने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज में आखिर ये हो क्या रहा है कि जिस अधिकारी ने गांव को लूटने का काम किया उस पर कोई कार्रवाई भी नहीं हुई और फिर से उसे ईनांम के रूप में गांव एलाट कर दिया गया।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो