परिजनों ने ग्रामीणों की मदद से दोनों घायलों को इलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया । जहाँ उन्हे ईलाज के लिए प्रयागराज लिये रेफर कर दिया । जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के अकोढिया गाँव निवासी सुत्तन काफी अर्से से गाँव के बाहर स्थित अपने निजी बोरबेल में पटाखा बनाने का काम करता था । रोज की तरह सोमवार को पटाखा बनाने का काम चल रहा था। शाम को अचानक विद्युत शार्ट शर्किट से बोरबेल की कोठरी में आग लग गई। कोठरी में रखे विस्फोटक में तेज धमाके के साथ धमाका होने से कोठरी जमींदोज हो गई ।
इस घटना से 10 वर्षीय टुनटुन व गाँव की एक व्रद्ध महिला स्यामकली गम्भीर रूप से घायल हो गई । इलाज के दोनों को नगर के आदर्श हॉस्पिटल में भर्ती करवाया । जहाँ चिकित्सकों ने घायलों की हालत गंभीर देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद प्रयागराज के लिये रेफर कर दिया । पूरे मामले में कोतवाली प्रभारी शैलेन्द्र सिंह ने बताया मामले की जाँच की जा रही है । यदि गैर कानूनी ढंग से पटाखे का निर्माण करना या कराना पाया गया तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी ।