गांव में जलभराव होने के कारण ग्रामीण नावों का इस्तेमाल कर रहे हैं। अगर किसानों की बात की जाए तो बाढ़ आने से सैकड़ों बीघा खेत जलमग्न हो गया है। जिससे किसानों की तीली,बाजरा,अरहर,मोर्चा ,गन्ना के साथ साथ अन्य फसल भी बर्बाद हो गया है । जिससे किसान भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। किसानों की माने तो साल भर की मेहनत पूरी चौपट हो गयी है अब स्थिति यह है कि हमलोग पूरी तरह से भुखमरी के कगार पर आ गए हैं।
जिला प्रशासन से हम यह मांग करते हैं की हमरो जो भी फसल बर्बाद हुई है उसका उचित मुआवजा हमलोगों को दिया जाए। वहीँ इस मामले में डीएम संजीव कुमार का कहना है की बाढ़ के पानी से किसानो 550 हेक्टेयर किसानो के खेतों में में जलभरव हो गया। जिसका सर्वे जिला प्रशासन द्वारा करा लिया गया है। जो भी किसानो का फसल बर्बाद हुआ है उसे उचित मुआवजा दिया जाएगा। वहीं प्रसाशन ने लोगों की सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ की टीम को बुला लिया है। जिले के आलाअधिकारी पूरे हालत पर लगातार नजर बनाएं हुए हैं और बोट के जरिए बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा करने में जुटे हैं।