सोमवार को सोमवती अमावस्या होने के कारण गंगा में स्नान करने वालों की तादात काफी ज्यादा थी। इलाके के तकरीबन हर गांव से लोग गंगा स्नान के लिए जा रहे थे। ये देखकर अल्लीपुर भादर के रहने वाले तीन दोस्त पंकज उम्र 15 साल, सोनू उम्र 14 साल और अजय उम्र 14 साल ने भी गंगा जाकर स्नान करने का मन बनाया। इनके जाने की योजना का जानकारी जैसे ही गांव के रहने वाले राहुल को लगी। उसने भी दोस्तों से साथ ले चलने को कहा। पहले तो तीनों ने इनकार किया पर जब राहुल नहीं माना तो सबने उसे भी साथ ले चलने पर सहमति जता दी।
गांव से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर मैनपुरी गंगा घाट तीनो पहुंच गये। पर्व होने के कारण भारी तादात में लोगो गंगा स्नान करने के लिए आये थे। घाट के किनारे अधिक भीड़ होने के कारण लोगों से थोड़ी दूरी पर जाकर चारों ने नहाने के फैसला किया। लोग इधर नहा रहे थे कि उधर ये चारो दोस्त भी गंगा में कूद पड़े। किनारे नहाते नहाते चारों गहरे पानी की तरफ बढ़ने लगे। एक साथी का पैर गहराई की तरफ गया तो उसके सभी दोस्त भी उसे निकालने के लिए उस तरफ बढ़ गये।
हैरानी की बात ये रही कि इनमें से किसी को भी तैरना नहीं आता था। जब इन्हे डूबने का आभास होने लगा तो बचाओं की आवाज देने लगे। किनारे स्नान कर रहे लोग देखते ही समझ गये की बच्चे डूब रहे हैं। वहां तैराकी में माहिर कई लोग इन्हे बचाने के लिए गंगा में छलांग लगा दिये। एक युवक राहुल को किसी तरह से बाहर निकाला गया। उसके पेट को दबाकर पानी बाहर करने पर उसकी सांस तो चलती दिखी पर तीन अन्य़ दोस्त की बड़ी देर तक तलाश के बाद भी उनका कही पता नहीं चल सका।
लोगों ने तत्काल इसकी जानकारी पुलिस को दिया। मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष और उनकी टीम से गोताखोंरों की मदद से तीनों शवों को बाहर निकलवाया। मृतक पंकज, सोनू और अजय के घर वालों को हादसे की सूचना दी गई। गांव में खबर मिलते ही लोग चीखने-चिल्लाने लगे। शव को घर लाया गया। पुलिस ने तीनों शवों को पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में लोगों में भय व्याप्त है।