बतादें कि हुसेनगंज थाना इलाके के आचाकापुर गांव के रहने वाले एक व्यक्ति ने अपने बेटी नीलम की शादी मध्यप्रदेश राज्य के छतरपुर जिले के रहने वाले एक लड़के से चार महीने पहले तय कर दी थी। इधर घर में शादी की तैयारियां जोर शोर से चल रही थी ऊधर बेटी इस शादी न करने का दबाव घर वालों पर बना रही थी। वह इस शादी से खुश नही थी। क्यूकि वह गांव के ही रहने वाले एक स्वजातीय़ युवक से प्यार करती थी। दोनों ने अपने-अपने घर वालों को ये बात बता दिया लेकिन घर वालों को ये रिश्ता मंजूर नहीं था। पहले तो प्रेमी युगल को लगा कि एक दिन हमारा प्य़ार सच साबित होगा। घर वाले हमें समझेंगे और हम दोनों एक-दूसरे के हो जायेंगे। लेकिन घर वाले आखिर तक राजी नहीं हुए।
शुक्रवार की शाम को दोनों बिना किसी से बताये ही घर से लापता हो गये। घर वालों को जब इस बात की जानकारी हुई तो दोनों ने देर रात तक खोजबीन की। लेकिन न मिलने पर ये संदेह हुआ कि दोनों भागकर कहीं दूर चले गये। लेकिन शनिवार की सुबह जब लोगों की आंख खुली तो देखा कि प्रेमी युगल घर के सामने के नीम के पेड़ में फांसी से लटककर जान दे है।
पूरे इलाके में ये खबर आग की तरह फैल गई। जो जहां रहा वहीं से शादी वाले घर की तरह भागा। हर किसी तो इस बात पर अफसोस रहा कि एक साथ ही दो लोगों के परिवारों पर दुख टूट पड़ा था। जहां इस घटना से लोग दुखी तो वहीं कई दबी जुबान ये कहते रहे कि जब दोनों शादी करना चाह रहे थे तो घर वालों को जिद नहीं करना चाहिए था। जिद का ही परिणा रहा कि दो जानें चली गई।
घर में आ गये थे मेहमान, तकरीन पूरी हो गई थी तैयारी
घर में आ गये थे मेहमान, तकरीन पूरी हो गई थी तैयारी
23 जून को युवती की शादी को लेकर घर में मेहमान आ चुके थे। शादी की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी थी। कई तीन दिन से शादी से जुड़ी कई रश्मों को पूरी कर लिया गया था। लेकिन लड़की जिद पर अड़ी रही कि वो जब भी शादी करेगी अपने प्रेमी महेन्द्र के साथ ही करेगी। बात नहीं बनी तो शुक्रवार की रात दोनों घर से फरार हो गये। रात भर इनकी तलाश की जाती रही। लेकिन दोनों का पता नहीं चल सका। सुबह लोगों ने देखा तो गांव के जंगल में नीम की पेड़ से फांसी के फंदे से लटककर दोनों ने आत्महत्या कर लिया। मामले की सूचना पर पहुंची पुलिस जांच में जुट गई है।