फतेहपुर जिले के गोहरारी थाना चांदपुर निवासी मिठाई कारीगर राजेंद्र तिवारी दो वर्षों से पत्नी ममता तिवारी व बेटों के साथ गाजीपुर थाने के बड़नपुर गांव में श्याम गुप्ता के मकान में किराए पर रह रहा था। यहां दो भैंस का दूध बेंचकर जीवन यापन करता था। बड़ा बेटा राज तिवारी घर-घर दूध बिक्री कर सहयोग करता था। बीते डेढ़ वर्ष से राजेंद्र कोई काम नहीं करता था। इस वजह से उसका पत्नी से आए दिन झगड़ा होता था। सोमवार को राजेंद्र अपने गांव गोहरारी गया था। वहां से वह देर शाम कुल्हाड़ी लेकर घर आया। उसके घर पहुंचते ही पत्नी से झगड़ा शुरू हो गया तो छोटा बेटा दीपक घर से बाहर निकल गया। देर रात दूध बांटकर जब बड़ा बेटा राज घर आया तो उसकी मां ममता तिवारी घर में मृत अवस्था में पड़ी थी। उसने पुलिस को सूचना दी।
एसओ अर्जुन सिंह ने बताया कि बड़े बेटे राज तिवारी की तहरीर पर हत्यारोपित राजेंद्र तिवारी पर मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है। कहा कि कोई काम न करने को लेकर उपजे झगड़े से आवेश में आकर पति ने पत्नी की हत्या कर दी। मृतक के बड़े बेटे राज तिवारी ने बताया कि पिता कोई काम नहीं करते थे और दिन भर घर पर रहकर मां से झगड़ा करते थे। दूध बिक्री का पैसा भी मांगते थे, न देने पर मारपीट करते थे। जिस पर कुछ माह पूर्व पीआरवी टीम को सूचना दी गई थी लेकिन वह पिता को समझाकर चली गई थी। इसी आर्थिक तंगी से होने वाले विवाद में पिता ने मां की हत्या कर दी।