आपको बतादें की अभी दो दिन पहले ही जिला अधिकारी संजीव सिंह ने ललौली थाना क्षेत्र के कोर्रा कनक मौरंग खदान में किसानों की भूमिधरी जमीन से अवैध खनन किये जाने की शिकायत पर औचक छापेमारी की थी। छापे की कार्यवाही में जिलाधिकारी ने मौके से मिली चार पोकलैंड मशीनों सहित चार ओवरलोड ट्रकों को सीज किया था साथ ही क्षेत्रीय लेखपाल सहित दो लेखपालों को निलंबित करते हुए खदान को भी सीज किया था।
जिला प्रशासन द्वारा की गई इतनी बड़ी कार्यवाही के बाद भी यमुना की जलधारा से खनन कर रहे खदान संचालकों में कार्यवाही का कोई असर नहीं दिख रहा क्योंकि अगर असर होता तो देवलान मौरंग खदान का ये नजारा तो शायद न होता । वहीं यमुना नदी में हो रहे अवैध खनन के विरोध में मछुवा समुदाय के लोगों ने जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक ऑन लाइन इसकी शिकायत भी की है। अवैध खनन के चलते भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके मछुवा समुदाय के लोगों को न्याय मिलता है या फिर कार्यवाही के नाम पर सिर्फ और सिर्फ आस्वासन ही हाथ लगेगा यह तो आने वाला वक़्त ही बतायेगा।