नसीरपुर गांव के रहने वाले बीरभान निषाद की मां अपनी दो वर्षीय पोती अंकिता के साथ मंदिर गई हुई थी। मंदिर से वापस आते समय अंकिता खुले बोरवेल में गिर गई। इस बात की जानकारी ग्रामीणों द्वारा पुलिस को दिए जाने के बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने गांव वालों की मदद से बोलवेल के बगल में खुदाई शुरू करवाई घंटो की कड़ी मेहनत के बाद गांव वालों ने अपनी जान पर खेलकर अंकिता को बोरवेल से सकुशल बाहर निकाला। गांव से कुछ दूर पर स्थित देवी मंदिर पर आने वाले श्रद्धालुओं के पीने की पानी पानी की व्यवस्था के लिए नसीरपुर गांव ग्राम प्रधान राकेश पाल ने हैंडपंप लगाने के लिए बोरिंग करवाई थी।
बोरिंग फेल हो जाने के बाद ग्राम प्रधान ने उसे थोड़ी बहुत मिट्टी और बोरे डालकर बन्द करवा दिया था लेकिन समरसेबल पंप लगाने के लिए किया गया बोर पूरी तरह से बन्द नहीं हुआ था। जिस पर पैर पड़ने के बाद मासूम बच्ची बोरवेल के गड्ढे में नीचे चली गई। पुलिस के संयोग से ग्रामीणों द्वारा जान पर खेलकर बच्ची को सकुशल बाहर निकाल लिया गया। जिस पर बच्ची के परिजनों ने राहत की सांस ली । इस मामले में जिले के अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार का कहना है कि इस सूचना के मिलने के बाद ग्रामीणों के सहयोग से लगभग सोलह फिट नीचे गिरी बच्ची को बाहर निकाल लिया गया है।प्राथमिक उपचार के बाद बच्ची को उसके उसके परिजनों को सौप दिया गया है।