मंगलवार को अंतिम संस्कार करने के बजाय सुबह नाराज परिजन और गांव के लोग सातों शव को लेकर सड़क पर आ गए। लखनऊ-फतेहपुर हाइवे के सातमील चौराहे पर शव रखकर लोगों ने सड़क जाम कर दिया। जाम की सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन आक्रोशित ग्रामीण और परिजन नहीं माने। मुआवजे के साथ ही दुर्घटनाग्रस्त बोलेरो के फरार ड्राइवर की गिरफ्तारी समेत कई मांगों पर अड़े रहे। दो घंटे तक पुलिस समझाती रही लेकिन लोग नहीं माने और जाम जारी रहा। लोग इस बात पर अड़े रहे की मौके पर कोई बड़ा अधिकारी आकर उनकी मांगों पर हामी भर दे। हालांकि दो घंटे बाद भी कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। बता दें कि डीएम और एसपी बिंदकी में समाधान दिवस अटेंड कर रहे हैं।
बता दें कि तीन फरवरी रविवार को की रात फतेहपुर के हथगांव थानान्तर्गत नौरंगाबाद गांव से लड़की बिदा कराकर बोलेरो से 15 लोग हुसैनगंज थानान्तर्गत गोपीपुर गांव वापस लौट रहे थे। इसी थाने के बेला गांव के पास रात नौ बजे के आस-पास अचानक बोलेरो अनियंत्रित हुई और सड़क किनारे पेड़ से जा टकरायी। दुर्घटना में पांच की मौके पर ही मौत हो गयी थी, जबकि आठ लोग गंभीर रूप से घायल हुए। घायलों को इलाज के लिये फतेहपुर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से सभी को कानपुर रेफर कर दिया गया। वहां दो जिन दो घायलों की हालत ज्यादा नाजुक थी उनकी भी सोमवार को मौत हो गयी। इसके बाद सातों शवों का पोस्टमार्टम सोमवार को फतेहपुर में कराया गया। परिवार को डेडबॉडी सोमवार की देर शाम सौंपी गयी। शवों का अंतिम संस्कार मंगलवार को किया जाना था।
By Rajesh Singh