घटना फतेहपुर के औंग थाने के मिराई गांव की है। यहां के निवासी भोला सिंह का बेटा कक्षा तीन का छात्र था। 25 अगस्त को वह स्कूल से घर लौटा। उसके बाद वो घर से निकल गया। तब से उसका कोई सुराग नहीं मिल रह था। इसी दौरान गांव के ही किसी ने परिवार को बताया कि कुछ दूरी पर पानी में उनके बेटे का शव पड़ा हुआ है। लोग मौके पर पहुंचे तो गड्ढे के पानी में सचमुच लाश पड़ी थी।
इस मामले को लेकर जब पुलिस के हाथ खाली रहे तो परिवार फिर एसपी से मिला और बच्चे की हत्या होने की आशंका जताते हुए जांच कर दोषियों को सजा दिलाने की मांग की। पिता भोला सिंह ने बताया कि उनका बच्चा दोपहर एक बजे स्कूल से आया। उसके बाद वह करीब दो बजे घर से निकल गया और तब से गायब हो गया। हमने पूरे गांव में मुनादी करायी पर उसका पता नहीं चला। बाद में एक लड़के ने आकर खबर दी की गांव में एक तालाब के बाहर कुछ कपड़े पड़े हैं। जाकर देखा तो कपड़ों की पहचान हो गई। जब लाश निकाली गयी तो उसके सिर के साथ ही कई जगह चोटें थीं।
भाई ने कहा कि पुलिस इसे डूबने से मौत बता रही है जबकि यह मर्डर है। पर पुलिस हत्या से इनकार कर रही है। पुलिस का कहना है कि कीड़े के चुनने से लाश पर जख्म हुए हो सकते हैं। भाई ने पुलिस से दोबारा जांच कर दोषियों हतय होने पर पुलिस से कार्रवाई की मांग की।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जब शव मिला था तो परिवार को किसी पर शक नहीं था। पोस्टमार्टम में कुछ इंजरी सामने आयी है। प्राथमिक जांच में यही लगता है कि मौत भैंस पर बैठकर पानी में नहाने पर गिरने से हुई हो सकती है। पिता ने इसको लेकर मुझसे मुलाकात की है। इस मामले में सीओ जाफरगंज को जांच का आदेश दिया गया है।
by RAJESH SINGH