फतेहपुर

PATRIKA STING यह है कारागार मंत्री के जिले का जेल, जहां रूपया दो और नशीला पदार्थ लो

यूपी सरकार अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने के लाख दावे करे पर हकीकत कुछ अलग ही है

फतेहपुरOct 24, 2017 / 07:36 pm

Ashish Shukla

नशे का कारोबार

राजेश सिंह की रिपोर्ट…
फतेहपुर. यूपी की सरकार सूबे में अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने हर रोज दावे कर रही है। पर जो खुलासे हो रहे हैं वो इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि सूबे में सरकार का चेहरा बदल गया। किसी अन्य दल का राज हो गया। पर नीयत शायद अब भी नहीं बदली और न ही अपराधियों का कारोबार बदला।
जी हां फतेहपुर के जिला कारागार में जो खुलासा हुआ है। वह बेहद चौंकाने वाला है। जेल में मादक पदार्थो की खेप बिना किसी रोकटोक के भेजी जा रही है। धंधेबाजों की सारी वारदात पत्रिका टीम के कैमरे में कैद हुई तो जिले में अफरा-तफरी मच गई। इतना ही नहीं मादक पदार्थ का सप्लायर की स्वीकारोक्ति यह सवाल खडे करने के लिये काफी है कि जेल और कैदियों की सुरक्षा से लेकर सूबे की जेलों में भ्रष्टाचार पर सरकार कितना संजीदा है।
फतेहपुर यानी सूबे के कारागार मंत्री जय कुमार जैकी के गृह जनपद की जेल, जाहिर है इस जेल की व्यवस्था और शुचिता के बारे में आम लोगों की राय बेहतर होगी लेकिन ऐसा है नहीं, इस जेल में भृष्टाचार की शिकायत तो जिलाधिकारी से लेकर सरकार और शासन तक है लेकिन हालात वही के वहीं यानी ढाक के तीन पात,
 

जेल में मादक पदार्थों का धंधा चल रहा है। कैदियों के जीवन के साथ खिलवाड हो रहा है यह हम नहीं कह रहे हैं कैमरा झूठ नहीं बोलता तस्वीरें गवाह हैं आप वीडियो में देखें तो साफ दिखेगा कि किस तरह एक शख्स बीड़ी, सिगरेट, पान मसाला सहित अन्य मादक पदार्थों से भरे झोले लेकर जेल के मुख्य द्वार तक मोटर साइकिल में पहुंचता है और झोलों के साथ बिना इन्ट्री दर्ज कराये मादक पदार्थों की खेप जेल के अन्दर लेकर पहुंच जाता है।
 

पत्रिका टीम ने इस मामले पर बड़े बारीकी से पड़ताल किया। साथ ही नशीला पदार्थ सप्लायर से बात की। सप्लायर की मानें तो वह यह काम बीस पच्चीस दिनों से ही कर रहा है। शाम को जेल का एक सिपाही आपूर्ति के लिये पर्चा पकड़ा जाता है और पर्चे के हिसाब से मादक पदार्थों की खेप वह सुबह सुबह जेल के अन्दर पहुंचा देता है। जिसका भुगतान जेल का सिपाही कर देता है।
 

अब सवाल उठता है कि उच्च सुरक्षा और सतर्कता के नियमों से बंधी जेल मे जिस प्रकार से मादक पदार्थो की खेप और जेल के अन्दर बिक्री की जा रही है उसमें जेल के अधिकारियों का पूरी तरह संलिप्त होने से इन्कार कैसे किया जा सकता है। यह उस जेल का हाल है जो सूबे के कारागार मंत्री के गृह जनपद की है। इस मामले में सूबे के कारागार मंत्री भी जवाबदेही से बच नहीं सकते।
जेल के अन्दर मादक पदार्थों की बिक्री के इस खेल पर जहां जेल के अधिकारी कैमरे के सामने आने से बच रहे हैं वहीं जिला प्रशासन के अधिकारी भी मुख्य सचिव के निर्देशों का हवाला देते हुए कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
कुल मिलाकर योगी सरकार की भृष्टाचार के खिलाफ चल रही जंग पर फतेहपुर की जिला जेल किस प्रकार पलीता लगा रही है इस पर पूरे सिस्टम पर सवाल खडा होना लाजमी है।

 
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