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पूर्णिमा और रविवार का शुभ संयोग, सूर्यदेव की इस प्रकार करें पूजा, मिलेगा विशेष फल

locationभोपालPublished: Jun 15, 2019 04:55:12 pm

Submitted by:

Tanvi Tanvi Sharma

ज्योतिष के अनुसार सूर्य को व्यक्ति के तेज यानी मान-सम्मान, कीर्ति का कारक ग्रह माना गया है

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पूर्णिमा और रविवार का शुभ संयोग, सूर्यदेव की इस प्रकार करें पूजा, मिलेगा विशेष फल

16 जून को रविवार है और इसी दिन ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा भी है। ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा का विशेष महत्व माना जाता है और इसी के साथ रविवार का विशेष संयोग भी बन रहा है। ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा के दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु की कामना के लिए व्रत रखती हैं और वट वृक्ष की पूजा करती हैं। पंडित रमाकांत मिश्रा के अनुसार रविवार और पूर्णिमा का योग होने से इसका महत्व काफी गुना बढ़ गया है।

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वहीं रविवार का स्वामी ग्रह सूर्य है। ज्योतिष के अनुसार सूर्य को व्यक्ति के तेज यानी मान-सम्मान, किर्ती का कारक ग्रह माना गया है। कुंडली में सूर्य की शुभ-अशुभ स्थिति का अच्छा या बुरा असर हमारी जिंदगी पर बहुत गहरा पड़ता है। सूर्य की शुभ स्थिति व्यक्ति को सरकारी नौकरी या किसी बड़े प्रशासनिक अधिकारी के पद को प्राप्त करवाती है। सूर्य से शुभ फल पाने के लिए रविवार और पूर्णिमा के योग में सूर्य की विशेष पूजा करनी चाहिए। इस दिन के बाद से नियमित रूप से सूर्य को जल चढ़ाएं और सूर्यदेव की पूजा करें….

ऐसे करें सूर्य पूजा मिलेगा लाभ

इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और सूर्यदेव को जल अर्पित करें।

सूर्यदेव को जल अर्पित करने के लिए तांबे के लोटे में जल भरें, जल में चावल, फूल डालकर सूर्य को अर्घ्य दें।

जब आप जल चढ़ा रहे हैं उस समय अपने मन में ऊँ सूर्याय नम: मंत्र का जाप करें।

इसके बाद सूर्य मंत्र व स्तुति का पाठ करें। इस पाठ के साथ शक्ति, बुद्धि, स्वास्थ्य और सम्मान की कामना करें।

सूर्य की पूजा में धूप, दीप जलाकर से सूर्यदेव की आरती करें।

इस दिन सूर्य से संबंधित चीजों का दान करें, जैसे- तांबे का बर्तन, पीले या लाल वस्त्र, गेहूं, गुड़, माणिक्य, लाल चंदन आदि।

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