20 करोड़ कर्मचारी हड़ताल पर
मीडिया रिपोर्टस की मानें तो लगभग 20 करोड़ कर्मचारी इस हड़ताल का हिस्सा है। जिनमें बैंक कर्मचारी, किसान और शिक्षक शामिल है। इस हड़ताल को लेकर IDBI का कहना है कि बैंक कर्मारियों ने एक हफ्ते पहले ही दो दिन यानी 8 और 9 जनवरी तक हड़ताल पर जाने की जानकारी दे दी थी।
इसलिए हड़ताल कर रहे कर्मचारी
बैंक कर्मचारी देना बैंक, विजया बैंक और बैंक ऑफ बारोड़ के विलय के खिलाफ हड़ताल कर रहे हैं। वहीं सेंट्रल ट्रेड यूनियन मोदी सरकार की एंटी लेबर पॉलिसी के विरोध में हड़ताल कर रहे हैं। इसके अलावा 10 और ऐसे ट्रेडर्स है जो कि मोदी सरकार के खिलाफ हड़ताल कर रहे हैं। INTUC, AITUC, HMS, CITU, AIUTUC, AICCTU नामक ट्रांसपोर्ट भी स्ट्राइक में शामिल हो गए हैं।
बैंक का होगा कामकाज प्रभावित
प्राइवेट सेक्टर के करूर वैश्य बैंक का कहना है कि अगर जरूरत पड़ी तो हम भी इस हड़ताल में शामिल होंगे। हम इस हड़ताल को ऐसे ही नहीं जाने देंगे। सरकार इतने कर्मचारियों की इस हड़ताल को हल्के में नहीं ले सकती है।आपको बता दें कि इससे पहले भी बैंक के कर्मचारी विलय के खिलाफ हड़ताल पर जा चुके हैं। तो वहीं इस हड़ताल को लेकर बैंक ऑफ़ बारोड़ का कहना है कि हड़ताल के कारण बैंक का काम दो दिन तक प्रभावित होगा।