खाते आैर पैन से पहले ही लिंक हो चुका है आधार
सरकार के इस नर्इ व्यवस्था पर व्यापारियों को कहना है कि जिस तरह से सरकार अपने कर्इ फैसले बिना सोच के ही अनिवार्य कर देती है, एेसे में चेकबुक पर आधार नंबर देना भी यदि अनिवार्य कर देती है तो इससे कोर्इ हैरानी नहीं होगी। उनका कहना है कि जब सामान खरीदने अौर बेचनेवाली दोनों पार्टियों का खाता नंबर आैर पैन नंबर अाधार से लिंक है तो चेक पर आधार नंबर लेने के पीछे सरकार की क्या मंशा है। सरकार को इसे जरूर साफ करना चाहिए।
ये भी पढ़ें – ये बातें आपको बना सकती है दुनिया का सबसे अमीर आदमी
व्यापारियों को करना पड़ सकता है परेशानियों का सामना
व्यापारियों को आरोप है कि सरकार उनका काम कम करने की जगह उल्टा आैर बढ़ा रही है। आधार नंबर लेने से पहले कम से कम सरकार को व्यापारियों अौर चैंबर्स को तो भरोसे में लेना चाहिए। हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुर्इ है कि यह सभी बैंकों के चेक पर अनिवार्य होगा की नहीं। अगर ये अनिवार्य होता है तो निश्चित तौर पर व्यापारियों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।