ऐसे करें रिटायरमेंट की फाइनेंशियल प्लानिंग
रिटायरमेंट के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग की शुरूआत जल्द से जल्द करने की कोशिश करें। रिटायरमेंट की फाइनेंशियल प्लानिंग की शुरूआत आप फिक्स्ड डिपॉजिट यानी एफडी से भी कर सकते हैं। रिटायरमेंट के बाद निश्चित आय के लिए एफडी एक अच्छा विकल्प है। यह सुरक्षित भी है और सुविधाजनक भी है। अलग-अलग बैंको में एफडी पर मिलाने वाले ब्याज दर भी अलग ही होती है।
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम
रिटायरमेंट की फाइनेंशियल प्लानिंग करने के लिए सीनियर सि़टीजन सेविंग्स स्कीम भी एक अच्छा विकल्प है। इस स्कीम में 60 साल की उम्र के बाद निवेश किया जा सकता है। इसके अलावा अगर किसी कर्मचारी ने वॉलेन्टरी रिटायरमेंट सर्विस (VRS) ली है तो वे 55 साल की उम्र से इसमें निवेश कर सकते हैं। इसमें एक व्यक्ति 15 लाख रुपये तक का अधिकतम निवेश कर सकता है। इसमें निवेश पर आयकर में छूट मिलती है।
पीपीएप पैसे बचाने का अच्छा विकल्प
पीपीएप पैसा बचाने के लिए बेहतरीन विकल्पों में से एक है। इसमें सिर्फ पैसा जमा करना है और इस पर ब्याज लेना है। पीपीएफ डेट में सबसे अच्छा विकल्प है और इसका ब्याज पूरा टैक्स फ्री होता है। इसकी ब्याज दर 8.7 फीसदी है। आप बैंक ऑर पोस्ट ऑफिस से पीपीएफ खोल सकते हैं। सुरक्षित निवेश का जरिया है। अगर आप निचले टैक्स स्लैब में आते हैं तो लॉन्ग टर्म डिपॉजिट में निवेश कर सकते हैं। इसमें ब्याज दर 11-12 फीसदी तक भी मिल सकता है।