अरुंधति गोल्ड स्कीम में विवाह पंजीकरण करने वाली महिलाओं के अधिकारों की रक्षा होती है। योजना का उद्देश्य उस बालिका के माता-पिता को सुविधा प्रदान करना है, जो आर्थिक रूप से मजबूत नहीं है। चूंकि हर माता—पिता का सपना होता है कि वह अपनी बेटी को शादी में कुछ सोना उपहार दें। ऐसे में राज्य सरकार अरुंधती योजना के जरिए समाज के हर वर्ग को मजबूत बनाने की कोशिश कर रही है। इसी के चलते हर बेटी को उसके विवाह पर सरकार की ओर से 10 ग्राम सोना दिया जाता है।
1.अरुंधति स्वर्ण योजना का लाभ लेने के लिए लड़की की उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए। साथ ही उसकी शादी का रजिस्ट्रेशन होना जरूरी है।
बहुत से पिछड़े इलाकों या गांव में लड़कियों की शादी कम उम्र में कर दी जाती है। इससे उनकी पढ़ाई पूरी नहीं हो पाती है। साथ ही उनके स्वास्थ पर भी बुरा असर पड़ता है। इस समस्या को दूर करने के मकसद से असम सरकार की ओर से अरुंधति स्कीम चलाई जा रही है। योजना का मकसद लड़कियों को शिक्षा के प्रति जागरुक करना है। साथ ही उन्हें जिंदगी के नए सफर में आर्थिक सहायता प्रदान करना है।