इन बातों का ध्यान रखना जरूरी-
ब्याज दरों की तुलना करें –
एजुकेशन लोन के लिए बैंक का चुनाव करते समय अलग-अलग लेंडर्स के ब्याज दरों की तुलना करें। इससे जान पाएंगे कि किस बैंक में ब्याज सबसे कम है। ईएमआइ कितनी होगी, यह एजुकेशन लोन के ब्याज दर पर निर्भर करता है।
समय पर चुकाएं लोन-
पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्र को समय पर लोन चुकाना होता है। लोन चुकाने में देरी होने पर क्रेडिट स्कोर प्रभावित हो सकता है। लोन के ब्याज का भुगतान कर्ज लेने के साथ ही करना फायदेमंद रहता है।
टैक्स छूट का लाभ-
बच्चों की पढ़ाई की फीस के तहत दी जाने वाली ट्यूशन फीस टैक्स सेविंग के दायरे में आती है। सरकारी या प्राइवेट स्कूल, कॉलेज या संस्थान में जमा की गई ट्यूशन फीस पर टैक्स छूट मिलती है।
ब्याज दरें-
बैंक ऑफ बड़ौदा- 6.75%
यूनियन बैंक – 6.80%
एसबीआइ – 6.85%
पीएनबी – 6.90%
बैंक ऑफ महाराष्ट्र – 7.05%