2011 में भी सस्ते थे पेट्रोल और डीजल तत्कालीन यूपीए सरकार के दौरान अप्रैल 2011 में कच्चे तेल की कीमतें आसमान पर थीं। तब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 118.64 डॉलर के एेतिहासिक स्तर पर थीं। लेकिन तब भी पूरे देश में पेट्रोल डीजल की कीमतें आज के मुकाबले कम थीं। तब दिल्ली में पेट्रोल 58.37 रुपए और डीजल 37.75 रुपए प्रति लीटर थी। आज इंडियन बास्केट में कच्चे तेल की कीमतें 70 डॉलर प्रति बैरल के आसपास चल रही हैं। जबकि दिल्ली में पेट्रोल 74.63 और डीजल 65.93 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है।
साल दर साल एेसे बढ़ी केंद्र की कमाई
कच्चे तेल के दाम घटे, पेट्रोल-डीजल महंगे हुए
वर्ष | राजस्व |
2013-14 | 88,600 करोड़ रुपए |
2014-15 | 1,05,653 करोड़ रुपए |
2015-16 | 1,85,956 करोड़ रुपए |
2016-17 | 2,53,254 करोड़ रुपए |
2017-18 | 2,01,592 करोड़ रुपए (दिसंबर तक) |
आंकड़े वित्त मंत्रालय के अनुसार |
मई 2016 में केंद्र में मोदी सरकार बनने के समय कच्चे तेल की कीमतें 106.86 डॉलप प्रति बैरल थीं। उस समय दिल्ली में पेट्रोल 71.41 रुपए और डीजल 56.71 रुपए प्रति लीटर था। मोदी सरकार के करीब चार साल कार्यकाल में कच्चे तेल की कीमतें घटती गईं लेकिन देश में पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी होती गई। इस समय कच्चे तेल की कीमतें 73 डॉलर के आसपास चल रही हैं जबकि पेट्रोल-डीजल की कीमतें अपने उच्च स्तर पर हैं।
ये हैं पेट्रोल-डीजल के मौजूदा कीमतें
शहर | पेट्रोल | डीजल |
नई दिल्ली | 74.63 | 65.93 |
मुंबई | 82.48 | 70.20 |
चेन्नई | 77.43 | 69.56 |
कोलकाता | 77.32 | 68.63 |