इस योजना का मकसद खेत से लेकर उपभोक्ता तक बिना किसी रुकावट के एकीकृत शीत श्रृंखला एवं परिरक्षण अवसरंचना सुविधाएं उपलब्ध कराना है। इससे किसानों को सीधा फायदा होगा। इस परियोजना से लगभग 12,600 लोगों के लिए रोजगार के अवसर बनने की संभावना है। साथ ही करीब 2 लाख किसान लाभांवित होंगे। यह परियोजना देशभर के 10 राज्यों आंध्र प्रदेश, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, केरल, नागालैंड, पंजाब, तेलंगाना, उतराखंड और उत्तर प्रदेश में लागू होगी।
इस स्कीम के तहत कच्चे माल की उपलब्धता को बढ़ाना है। इससे इंफ्रास्ट्रक्चर भी मजबूत बनेगा। योजना में आठ प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। ये स्कीम अभी महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और तमिलनाडु के लिए है।
कोल्ड चेन योजना के तहत किसानों का उत्पाद जल्दी खराब नहीं होगा। क्योंकि वे फसल की कटाई के बाद माल को कोल्ड स्टोरेज में सुरक्षित रख सकेंगे। इसके अलावा इन केंद्रों पर छंटाई, कटाई एवं पैकेजिंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी। उत्पादों को कोल्ड स्टोरेज से बाजार तक ले जाने के लिए परिवहन सुविधा, उत्पादों की बिक्री के लिए रिटेल आउटलेट सुविधा भी मिलेगी। माना जा रहा है कि जिन राज्यों में परियोजना की शुरुआत की मंजूरी दी गई है वहां इससे करीब 2,500 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।