क्या है रेपो रेट और कैश रिजर्व रेश्यो ? बता दें रेपो रेट वो दर है जिस पर बैंक रिजर्व बैंक से कर्ज लेते हैं। अगर रिजर्व बैंक ये दर बढ़ा देता है तो सभी बैंकों को महंगा लोन मिलेगा। अगर बैंकों को महंगा लोन मिलेगा तो ग्राहकों के लिए भी लोन की दरों में बढ़ोतरी हो जाएगी। वहीं कैश रिजर्व रेश्यो बैंकों के कुल पैसे का वो हिस्सा होता है जिसे वह केन्द्रीय बैंक के पास रखता है। इस दर को निर्धारित कर रिजर्व बैंक बाजार में तरलता तय करता है यानी इससे बैंक के पास कर्ज देने की क्षमता में बदलाव होता है।
आप पर कैसे पड़ेगा असर ? अगर रिजर्व बैंक इन दरों में कोई बदलाव नहीं करता है तो लोन लेने वाले ग्राहकों को राहत मिलेगी। बैठक में कमेटी के 6 मेंबर ने रेपो रेट पर अहम चर्चा की। जून के बाद से रिजर्व बैंक ने लगातार 2 बार रेपो रेट बढ़ाई है। फिलहाल रेपो रेट की दर 6.5 फीसदी है। अगर इस दर में बढ़ोतरी हो जाती है तो ग्राहकों के लिए भी लोन की दरों में बढ़ोतरी हो जाएगी।