भारत में दांतों के इलाज की जरूरत को लंबे समय तक नजरअंदाज कर दिया जाता है। लोगों के पर्याप्त संसाधनों की कमी है, जैसे कि आवश्यक उपचार का लाभ उठाने के लिए समय, धन और परिवहन के साधनों की कमी। दांतों के इलाज की समुचित सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं।
•Dec 04, 2016 / 05:57 pm•
आलोक कुमार
Hindi News / Business / Finance / डेंटल इंश्योरेंस को नहीं करें इग्नोर, यह है समय की मांग