scriptलक्ष्य से 15 फीसदी कम है डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन, CBDT ने जताई चिंता | Direct tax Collections falls short CBDT raises alarm | Patrika News

लक्ष्य से 15 फीसदी कम है डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन, CBDT ने जताई चिंता

locationनई दिल्लीPublished: Mar 28, 2019 07:25:07 pm

Submitted by:

Ashutosh Verma

प्रत्यक्ष कर संग्रह निर्धारित लक्ष्य से 15 फीसदी कम है।
चालू वित्त वर्ष में 12 लाख करोड़ रुपए का था लक्ष्य।
23 मार्च तक 10,21,251 करोड़ रुपए ही हो सका एकत्र।

Direct Tax collection

लक्ष्य से 15 फीसदी कम है डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन, CBDT ने जताई चिंता

नई दिल्ली। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ( CBDT ) ने प्रत्यक्ष कर संग्रह में गिरावट को लेकर चिंता जताई और आयकर विभाग को बड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा है। दरअसल , प्रत्यक्ष कर संग्रह निर्धारित लक्ष्य से 15 फीसदी कम है और वित्त वर्ष खत्म होने में चार दिन से भी कम समय रह गया है। सीबीडीटी की सदस्य (राजस्व) नीना कुमार ने 26 मार्च को विभाग के सभी क्षेत्रीय प्रमुखों को लिखे पत्र में कहा कि कर संग्रह आंकड़ों की “समीक्षा” की गई है। इसमें देखा गया है कि बजट में कर संग्रह का लक्ष्य 12,00,000 करोड़ रुपए रखा गया था लेकिन 23 मार्च तक 10,21,251 करोड़ रुपए ही एकत्र किए गए हैं। यह बजट लक्ष्य का 85.1 फीसदी है।


लक्ष्य हासिल करने के लिए अधिकारियों को कमर कसने को कहा

देशभर में आयकर विभाग के कर संग्रह पर नजर रखने वाले अधिकारी ने उन क्षेत्रों को रेंखाकित किया जहां व्यक्तिगत, कॉरपोरेट और अग्रिम कर श्रेणियों से मिलने वाले प्रत्यक्ष कर संग्रह में गिरावट आई है। कुमार ने पत्र में कहा, “श्रेणीवार विश्लेषण में नियमित कर संग्रह में कमी का रुख दिख रहा है। यह पिछले सप्ताह इसमे 5.2 फीसदी की गिरावट आयी थो जो अब बढ़कर 6.9 फीसदी पर आ गयी है । यह एक चिंताजनक स्थिति है , जिसकी तरफ तुरंत ध्यान देने की जरूरत है।” अधिकारी ने इस स्थिति पर निराशा जतायी और कर अधिकारियों से कमर कस लेने तथा प्रत्यक्ष कर संग्रह के लक्ष्य को हासिल करने में कोई कसर नहीं छोडऩे को कहा है।


सीबीडीटी , आयकर विभाग के लिए नीतियां तैयार करती है और उसको नियंत्रित करने वाली इकाई भी है। कुमार ने पत्र में कहा कि नियमित कर आकलन प्रदर्शन का पैमाना है और यह कर मांग की गुणवत्ता पर आधारित होता है , जिसे आगे वास्तविक संग्रह में तब्दील किया जा सकता है। बोर्ड ने आयकर अधिकारियों के साथ इस बारे में रणनीति पर चर्चा की थी और उम्मीद थी कि संग्रह में सुधार होगा। लेकिन आंकड़े कुछ और ही बयां कर रहे हैं। उन्होंने आयकर विभाग से तत्काल हरसंभव कदम उठाने को कहा है ताकि मौजूदा और बकाया कर की वसूली हो सके और लक्ष्य हासिल किया जा सके।

Read the Latest Business News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले Business News in Hindi की ताज़ा खबरें हिंदी में पत्रिका पर।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो