scriptअरुण जेटली: 1.80 लाख करोड़ के एनपीए की वसूली का अनुमान | FM Arun Jaitley says 1.8 lakh crore NPA to be recovered | Patrika News

अरुण जेटली: 1.80 लाख करोड़ के एनपीए की वसूली का अनुमान

locationनई दिल्लीPublished: Sep 26, 2018 08:15:27 am

Submitted by:

Ashutosh Verma

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सरकारी बैंकों को हरसंभव मदद किये जाने का आवश्वासन देते हुये मंगलवार को कहा कि गैर निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) के निपटान की विभिन्न प्रक्रियाओं के माध्यम से चालू वित्त वर्ष में 1.80 लाख करोड़ रुपये के एनपीए की वसूली का अनुमान है।

Arun Jaitley

फंसे कर्ज से निपटने की बड़ी तैयारी, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा – 1.80 लाख करोड़ के एनपीए की वसूली का अनुमान

नर्इ दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सरकारी बैंकों को हरसंभव मदद किये जाने का आवश्वासन देते हुये मंगलवार को कहा कि गैर निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) के निपटान की विभिन्न प्रक्रियाओं के माध्यम से चालू वित्त वर्ष में 1.80 लाख करोड़ रुपये के एनपीए की वसूली का अनुमान है। जेटली ने यहां सार्वजनिक क्षेत्र के 21 बैंक प्रमुखों के साथ वार्षिक समीक्षा बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि वर्ष 2017-18 में 74,500 करोड़ रुपये से अधिक के एनपीए वसूले गये जबकि चालू वित्त वर्ष में इसके बढक़र 1.80 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचने का अनुमान है।


अार्इबीसी लागू होने के बाद कंपनियां उठा रही कदम
उन्होंने कहा कि इंसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (आईबीसी) के कठोर प्रावधानों की वजह से अब दिवालिया कंपनियां स्वत: एनपीए निपटान के लिए आगे आ रही हैं। इसके साथ ही राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएनटी) के जरिये भी बड़े बकायेदारों के मामले निपटाये जा रहे है। उन्होंने कहा कि बैंकों ने संपदा गुणवत्ता पर ध्यान देना शुरू कर दिया है जिससे अब विरासत में मिली एनपीए की समस्या से उबरने की दिशा में तेजी से बढऩे लगे हैं। बैंकों ने ऋणों की निगरानी को सख्त बनाने के साथ ही एनपीए की ओर बढ़ रहे खातों को एनपीए बनने से पहले ही समाधान करने का काम भी शुरू कर दिया है।


दूसरे बैंकों की हालत सुधारने में मिलेगी मदद
इसके साथ ही बैंक गैर कोर संपदा का मुद्रीकरण भी कर रहे हैं जिससे 18,665 करोड़ रुपये की राशि मिली है। विदेशों में स्थित 57 शाखायें बंद की गयी हैं या उसे तर्कसंगत बनाया गया है। वित्त मंत्री ने कहा कि बैंकों ने रिजर्व बैंक के त्वरित सुधारत्मक कार्रवाई (पीसीए) के कठोर नियम में कुछ लचीलापन लाये जाने के सुझाव दिये हैं ताकि पीसीए में आये 11 बैंकों की कर्ज देने की क्षमता बढ़ सके और उनकी स्थिति तेजी से सुधराने में मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि अभी यह सुझाव है और इस पर रिजर्व बैंकों को पहल करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि एनपीए के लिए अधिकांश बैंक प्रावधान कर चुके हैं और सरकार ने भी पिछले तीन वर्षाें में 70 हजार करोड़ रुपये निवेश करने के साथ ही विभिन्न माध्यम से बैंकों ने भी दो लाख करोड़ रुपये जुटाये हैं।

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