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Budget 2019: विदेशी किताबें हुई महंगी, घरेलू प्रिंटिंग प्रेस को मिलेगा फायदा

locationनई दिल्लीPublished: Jul 05, 2019 10:50:24 pm

Submitted by:

Vishal Upadhayay

आयातित किताबों पर लगेगा पांच प्रतिशत सीमा शुल्क
इस कदम से मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट को होगा फायदा

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Budget 2019: विदेशी किताबें हुई महंगी, घरेलू प्रिंटिंग प्रेस को मिलेगा फायदा

नई दिल्ली: अपने पहले बजट 2019 के भाषण के दौरान मोदी सरकार की पहली फुल टाइम वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सभी सेक्टर को ध्यान में रखते हुए कई बड़ी घोषणाएं की हैं। जहां इस बजट के बाद कई चीजों के दाम घटे हैं वहीं कई सामानों के दामों में बढ़ोतरी भी हुई है। इसी बीच सरकार ने घरेलू प्रिंटिंग और पब्लिकेशन को बढ़ावा देते हुए आयातित किताबों पर पांच प्रतिशत सीमा शुल्क लगा दिया है।

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सरकार के इस कदम से मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट को सिधा फायदा मिलेगा। साथ ही देश के प्रिंटिंग प्रेस में छपने वालें किताबों की संख्या भी बढ़ेगी। ऐसे देखा जाए तो छात्रों को घरेलू प्रिंटिंग प्रेस की किताबें आयातित किताबों के मुकाबले सस्ती पड़ेंगी। इस बजट में सीतारमण ने सबसे ज्यादा फोक्स नई शिक्षा नीति पर दिया है। नई शिक्षा नीति के तहत सरकार विदेशी छात्रों को दोबारा भारत से जोड़ने की योजनाओं के लिए बजट में अलग से फंड दे सकती है।

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सरकार ने उच्च शिक्षा ( higher education ) के लिए 400 करोड़ रूपए देने की बात कही है। इस राशि का उपयोग सरकार आईआईटी जैसे उच्च शिक्षण संस्थान स्थापित करने में कर सकती है। आपको बता दें कि बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री ने कहा, पांच साल पहले दुनिया के टॉप 200 में देश का एक भी शैक्षणिक संस्थान नहीं आता था। आज दो आईआईटी ( IIT ) समेत तीन संस्थान इस लिस्ट में आते हैं।यही वजह है कि सरकार शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले संस्थान खोलने पर जोर दे सकती है।

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