जीएसटी रिटर्न भरने को लेकर व्यापारियों को नहीं है जानकारी
कारोबारियों के संगठन ने कहा, “अभी तक जीएसटी पोर्टल पर वार्षिक रिटर्न दाखिल करने का प्रारूप अथवा विकल्प नहीं आया है, जिसके चलते देश भर में जीएसटी पोर्टल से पंजीकृत एक करोड़ से अधिक कारोबारियों द्वारा रिटर्न भरना मुश्किल है।” कैट ने कहा कि इस रिटर्न को दाखिल करते समय संबंधित वर्ष के लिए पूर्व में भरे गए रिटर्न को संशोधित करने का यह आखिरी विकल्प है और देश भर में व्यापारियों को अभी यह जानकारी भी नहीं है की उन्हें वार्षिक रिटर्न भरना भी है, क्योंकि मूल्यवर्धित कर (वैट) या बिक्री कर में वार्षिक रिटर्न भरने का कोई प्रावधान नहीं।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, “जीएसटी के लागू होने का 2017 -18 पहला वर्ष है इस नाते से जीएसटी से संबंधित अनेक विषयों से देशभर में व्यापारी अनभिज्ञ है।” उन्होंने कहा कि व्यापारियों को यह मालूम ही नहीं है कि वार्षिक रिटर्न भरना उनके लिए क्यों महत्वपूर्ण हैं और इस नहीं भरने का परिणाम क्या होगा।