आइए आपको बताते हैं कि आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष की चौथी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में किन बातों पर फोकस किया-
1. प्रमुख नीतिगत दर रेपो में 0.25 फीसदी की कटौती।
2. रेपो दर 5.15 फीसदी पर आई, इसके अलावा रिवर्स रेपो दर भी घटकर 4.90 फीसदी रह गई।
3. नीतिगत दर में वर्ष 2019 में यह लगातार पांचवी कटौती।
4. चालू वित्त वर्ष के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर का अनुमान 6.9 फीसदी से घटाकर 6.1 फीसदी किया।
5. आर्थिक वृद्धि की रफ्तार देने के लिए मौद्रिक नीति की बैठक में कटौती करने का फैसला लिया गया।
6. अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए सरकार के प्रोत्साहन उपायों से निजी क्षेत्र में खपत और निजी निवेश बढ़ाने में मिलेगी मदद।
7. लगातार आर्थिक सुस्ती से आर्थिक वृद्धि को बढ़ाने के प्रयास तेज करने की जरूरत।
8. दूसरी तिमाही के लिए खुदरा मुद्रास्फीति का अनुमान संशोधित कर 3.4 फीसदी किया।
9. दूसरी छमाही का खुदरा मुद्रास्फीति अनुमान 3.5 से 3.7 फीसदी पर बरकरार।
10. रिजर्व बैंक ने माना कि नीतिगत दरों में कटौती का लाभ आगे पहुंचाने का काम आधा-अधूरा ही हुआ।
11. विदेशी मुद्रा भंडार एक अक्टूबर तक 434.6 अरब डॉलर रहा, 31 मार्च 2019 के मुकाबले इसमें 21.7 अरब डॉलर की वृद्धि।
12. मौद्रिक नीति समिति के सभी सदस्य दरों में कटौती को लेकर सहमत।
13. मौद्रिक नीति समिति की अगली बैठक तीन से पांच दिसंबर 2019 को होनी तय।