ज्यादातर बैंक करंट अकाउंट, सैलरी अकाउंट और फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर ओवरड्राफ्ट की सुविधा देते हैं। आप चाहे तो शेयर, बॉन्ड और बीमा पॉलिसी जैसे एसेट के बदले भी इसका लाभ ले सकते हैं। बैंक से आप अपनी जरूरत का पैसा ले सकते हैं और बाद में यह पैसा चुका सकते हैं। इस सुविधा में आप अपने बैंक अकाउंट से मौजूदा बैलेंस से ज्यादा पैसे निकाल सकते हैं। ऐसे में आपने जितने अतिरिक्त पैसे लिए हैं इसे एक निश्चित अवधि के अंदर चुकाना होता है। ये एक तरह का लोन होता है जो बैंक आपको जरूरत पड़ने पर देता है। इस पर ब्याज भी लगता है। जो रोजाना या मंथली बेसिस पर होते हैं।