बैंक ने दी जानकारी
आपको बता दें कि बैंक एक ऐसी योजना बना रहा है, जिसमें एक ही प्लेटफॉर्म पर देश के करोड़ों ग्राहकों को बैंकिंग और बीमा सेवाएं मिलेंगी। बैंक की ओर से एक बयान जारी करके कहा गया है कि आईडीबीआई बैंक अपने सभी ग्राहकों को एक ही जगह बैंकिंग और बीमा सेवाएं देने के लिए आवश्यक प्रावधान कर रहा है। आईडीबीआई का मालिकाना हक सरकार की जगह एलआईसी के हाथों में जाने से बैंक निजी क्षेत्र का उपक्रम हो जाएगा।
दोनों कंपनी के ग्राहकों को मिलेगा फायदा
इसके साथ ही बैंक ने कहा कि इस नई पहल से बेहतर ऑपरेशंस और बेहतर फाइनेंसिंग का रास्ता खुलेगा। इससे सरकार और एलआईसी समेत सभी संबंधित पक्षों को फायदा होगा और उनके पैसे में भी बढ़ोतरी होगी। बैंक ने कहा कि ये रणनीतिक योजनाएं आईडीबीआई और एलआईसी दोनों को कारोबारी विशिष्टता का पूरी तरह लाभ उठाने में सक्षम बनाएंगी।
निदेशक मंडल ने दी जानकारी
आपको बता दें कि बैंक के निदेशक मंडल ने बैंक इंश्योरेंस के तहत एलआईसी को कॉरपोरेट एजेंट बनाने को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि एलआईसी के चेयरमैन को बैंक का गैर-कार्यकारी चेयरमैन बनाया गया है। साथ ही बैंक ने मौजूदा प्रबंध निदेशक (एमडी) राकेश शर्मा को अगले तीन साल के लिए और एमडी एवं सीईओ बनाने पर विचार कर रहा है। वहीं, पिछले महीने सार्वजनिक क्षेत्र द्वारा संचालित भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने वित्तीय संकट के दौर से गुजर रहे आईडीबीआई बैंक में अपनी 51 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण पूरा किया है।
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