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बंद हुआ देश का पहला बिटकॉइन एटीएम, संचालक हुआ गिरफ्तार

locationनई दिल्लीPublished: Oct 24, 2018 02:04:05 pm

Submitted by:

manish ranjan

मालिक नेक्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज यूनोकॉइन ने बेंगलुरू में देश का पहला बिटकॉइन एटीएम बंद हो गया है।

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बंद हुआ देश का पहला बिटकॉइन एटीएम, संचालक हुआ गिरफ्तार

नई दिल्ली। क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज यूनोकॉइन ने बेंगलुरू में देश का पहला बिटकॉइन एटीएम शुरू किया गया था। इसके जरिए बिटकॉइन की खरीद और बिक्री की जा सकती थी। देश का पहला बिटकॉइन एटीएम होने के कारण ये एटीएम काफी चर्चा में रहा था। अब एक बार फिर ये एटीएम चर्चा का विषय बन चुका है। दरअसल पुलिस ने बिटकॉइन एटीएम को सीज कर उसके संचालक को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बिटकॉइन एटीएम को बताया अवैध

देश के पहले बिटकॉइन एटीएम को लेकर पुलिस का कहना है कि बिना किसी इजाजत के इस एटीएम की स्थापना की गई है। साथ ही पुलिस ने इसे अवैध बताया है। भारत में क्रिप्टोकरंसी पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के बैन के बावजूद भी एटीएम स्थापित किया गया था। इसलिए ही एटीएम के संचालक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 7 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
ये करते थे एटीएम का संचालन

यूनोकॉइन टेक्नॉलजीज के को-फाउंडर हरिश बीवी बेंगलुरु के एक मॉल में इस एटीएम का संचालन करते थे। क्राइम ब्रांच ने हरिश बीवी के पास से 1.8 लाख नकदी, एक टेलर मशीन, दो लैपटॉप, एक मोबाइल, तीन क्रेडिट कार्ड, 5 डेबिट कार्ड, एक पासपोर्ट समेत कई और सामान जब्त किए हैं। पुलिस ने लोगों से भी अपील की है कि वे बिटकॉइन के झांसे में न आएं।
एटीएम को अवैध मानने से किया इंनकार

वित्त मंत्रालय के बैन के बाद देश में बिटकॉइन का भविष्य लगभग खत्म हो गया है। इतना ही नहीं वित्त मंत्रालय ने बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को बिटकॉइन नेटवर्क से दूरी बनाए रखने का आदेश दिया था। तो वहीं कंपनी के फाउंडर और सीईओ सात्विक विश्वनाथ ने अपनी कंपनी के बिजनस मॉडल का बचाव किया है। विश्वनाथ ने इस एटीएम को अवैध मानने से इंनकार कर दिया हैं। विश्वनाथ आगे कहते है कि फरवरी में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि क्रिप्टोकरंसी भारत में लीगल टेंडर नहीं है, उन्होंने इसे अवैध टेंडर नहीं कहा था। अन दोनों बातों में काफी अंतर है। विश्वनाथ का कहना है कि भारतीयों द्वारा इसकी खरीद और बिक्री पूरी तरह से वैध है। भारतीय अपने जोखिम पर इसकी खरीद और बिक्री कर सकते हैं।
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