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अप्रैल में 31 माह के निचले स्तर पर आया निवेश, मिले महज 4,229 करोड़ रुपए

locationनई दिल्लीPublished: May 12, 2019 07:25:30 am

Submitted by:

Saurabh Sharma

एफएमपी फंडों से हुई 17,644 करोड़ रुपए की निकासी
डेट फंडों से निकाल लिए गए 18,950 करोड़ रुपए

Equity Fund

अप्रैल में 31 माह के निचले स्तर पर आया निवेश, मिले महज 4,229 करोड़ रुपए

नई दिल्ली। घरेलू शेयर बाजार में बीते आठ दिन से जारी गिरावट से निवेशक परेशान हैं। म्यूचुअल फंड का हाल भी काफी कुछ ऐसा ही है। अप्रैल में शेयर बाजार से जुड़े इक्विटी फंड में निवेश में 64 फीसदी की कमी आई है। डेट और फिक्स मेच्योरिटी प्लान ( एफएमपी ) वाले फंडों से निवेशकों ने काफी बड़ी रकम की निकासी की है।

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31 माह का सबसे निचला स्तर
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया ( एएमएफआई ) के आंकड़ों के मुतातबक अप्रैल में इक्विटी फंडों में निवेश 4,229.47 करोड़ रुपए रहा। यह सितंबर 2016 के बाद यानी 31 माह का सबसे निचला स्तर है। मार्च में इक्विटी फंडों को 11,756 करोड़ रुपए का निवेश मिला था। निश्चित परिवक्वता अवधि वाले फंडों एफएमपी से अप्रैल में निवेशकों ने 17,644 करोड़ रुपए की पूंजी निकाल ली। इसी तरह बांड-डिबेंचर जैसे कर्ज ( डेट ) फंडों से 18,950 करोड़ रुपए की निकासी की गई है। इक्विटी से ज्यादा सुरक्षित माने जाने वाले डेट फंडों से हुई इस निकासी की वजह फंडों की रेटिंग और गे्रड में गिरावट की आशंका है। इसके अलावा फंसे कर्ज की समस्या भी करीब 24 लाख करोड़ रुपए के फंड कारोबार को प्रभावित कर रही है।

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गिरावट की क्या है वजह
जानकारों की मानें तो चुनाव की अनिश्चितता, अमरीका-चीन के बीच बढ़ते तनाव से अंतरराष्ट्रीय बाजारों के दबाव में होने जैसे कारणों से इक्विटी फंडों में निवेश में कमी आई है। इसके अलावा ईरान पर अमरीकी प्रतिबंधों में सख्ती से कच्चे तेल की कीमतों को लेकर अनिश्चितता के चलते अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्थ पर बने दबाव के चलते भी निवेशक बाजार में गिरावट की आशंका से इक्विटी फंडों में निवेश से बच रहे हैं।

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SIP ने दिया सहारा
एक म्यूचुअल फंड हाउस के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि किस्तों में निवेश वाले सिस्टेमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान ( SIP ) में पूंजी प्रवाह बना रहने रहने से फंड हाउसों को काफी सहारा मिला है। हालांकि इसकी वजह एसआइपी प्लान की अवधि निर्धारित होना है। जिसके कारण पुराने निवेशकों का निवेश जारी है। अप्रैल के एसआइपी में निवेश 8,200 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले महीने की तुलना में दो फीसदी अधिक है। सालाना आधार पर यह 22 फीसदी अधिक है।

 

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