सितंबर तिमाही में बैंक को हुआ था घाटा
आईडीबीआई बैंक को चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में 3,602.49 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ था। वहीं, बैंक का सकल NPA कुल कर्ज का 31.78 फीसदी (60,875.49 करोड़ रुपए) रहा, पिछले वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में यह आंकड़ा 24.98 फीसदी था। IDBI बैंक और LIC ने अगले 12 महीने में अपनी क्षमताओं का पूर्ण उपयोग करने के लिए काम करना भी शुरू कर दिया है। इससे IDBI बैंक को RBI की त्वरित सुधार कार्रवाई (PCA) से बाहर निकलने में मदद मिलेगी।
ये होंगे अगले सीईओ
हालांकि IDBI बैंक ने टॉप मैनेजमेंट में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है और मौजूदा प्रबंधन के साथ ही बने रहने का निश्चय किया है। इसके साथ ही राकेश शर्मा बैंक के एमडी और सीईओ बने रहेंगे और IDBI बैंक के बोर्ड में अतिरिक्त निदेशक और LIC के नामित निदेशक के रूप में राजेश कंडवाल की नियुक्ति को मंजूरी मिल गई है। बता दें राजेश कंडवाल LIC HFL केयर होम्स लिमिटेड के मुख्य सीईओ और डायरेक्टर हैं।
दोनों के लिए अच्छा साबित होगा ये सौदा
इस संदर्भ में IDBI बैंक ने बंबई शेयर बाजार को बताया कि ये सौदा IDBI बैंक और LIC दोनों के लिए अच्छा साबित होगा। आपसी सहयोग के जरिए दोनों इकाइयों के शेयरधारकों, ग्राहकों और कर्मचारियों के लिए नए अवसर पैदा होंगे। IDBI बैंक का कारोबार दबाव में रहने के बावजूद इस सौदे से दोनों इकाइयों को व्यावसायिक सहयोग मिलने की उम्मीद है। LIC आईडीबीआई बैंक की 800 शाखाओं के जरिए अपनी पॉलिसियां बेचेगी।
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