कंपनी ने कहा कि मोबिक्विक के यूजर्स जीवन बीमा और सामान्य बीमा उत्पादों की व्यापक रेंज में अपने लिए चुन सकते हैं और खरीद सकते हैं। यूजर्स को सही बीमा उत्पाद का सुझाव दिया जाएगा, जोकि ग्राहक के सेल्फ-प्रोफाइलिंग, एडवांस्ड डेटा एनालिटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) अल्गोरिद्म के आधार पर तय होगा।
कंपनी ने कहा कि पहले चरण में, मोबिक्विक ने यूजर्स के लिए दुर्घटना बीमा शुरू किया है, जिसके लिए कंपनी ने प्रमुख बीमा कंपनियों से भागीदारी की है। मोबिक्विक वेबसाइट या एप से पेपरलेस तरीके से दो चरणों की प्रक्रिया में इंस्टेंट बीमा खरीदा जा सकता है।
मोबिक्विक की सह-संस्थापक और निदेशक उपासना टाकू ने बताया कि भारत में बीमा की पहुंच जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) का करीब 3 फीसदी है, इसलिए यहां इस क्षेत्र में बड़ी संभावना है। स्मार्टफोन और इंटरनेट की पैठ बढ़ने से इसमें और भी वृद्धि होगी। इससे डिजिटल बीमा में व्यापक अवसर है, जिसे बाजार बैंकों, वितरकों और यहां तक की ऑनलाइन कंपनियों की ओर भी उपेक्षित किया गया है। हमारा लक्ष्य 15 करोड़ उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करना है।