7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

तो इसलिए सरकार बंद कर सकती है 1 रुपए का सिक्का

1 रुपए के सिक्कों को लेकर भी मार्केट में अफवाह है कि ये बंद हो सकता है। इसिलए पत्रिका ने जानने की कोशिश की कि आखिर इसकी क्या वजह है।

2 min read
Google source verification
Indian currency

तो इसलिए सरकार बंद कर सकती है 1 रुपए का सिक्का

नई दिल्ली। 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई नोटबंदी से जनता को बड़ा झटका लगा था। 500 और 1000 के नोट बंद करने के बाद देश में 2000 के नोट आने से कई लोगों को नुकसान भी हुआ था। सरकार का नोटबंदी करने का उद्देश्य था देश को कालेधन से मुक्त करना। नोटबंदी के झटके से लोग पूरी तरह अभी भी उबर नहीं पाए। कुछ समय पहले तक 10 रुपए के सिककों को लेकर बाजार में अफवाह फैली थी कि ये बंद होने वाला है। हालांकि ऐसा नहीं हुआ, वहीं 1 रुपए के सिक्कों को लेकर भी मार्केट में अफवाह है कि ये बंद हो सकता है। इसिलए पत्रिका ने जानने की कोशिश की कि आखिर इसकी क्या वजह है कि 1 रुपए का सिक्का बंद हो सकता है। आइए आपको बताते हैं इसकी पूरी सच्चाई...


क्या है एक रुपए के सिक्के की सच्चाई ?

क्या आपने कभी सोचा है कि सिक्के बनाने में कितना खर्च आता है और सिक्कों का नियंत्रण आरबीआई नहीं तो कौन करता है ? 1 रुपए से लेकर 10 रुपए तक सभी सिक्कों का निर्माण भारत की सरकार करती है। इस विषय में हाल ही में आरटीआई लगाई गई थी, जिससे सिक्कों का चौंका देने वाला सच सामने आया। आरटीआई से पता चला कि सिक्के बनाने का खर्च क्या आता है अर्थात सरकार को सिक्का कितना महंगा पड़ता है। आरटीआई के जवाब में आरबीई ने कहा कि सरकार के लिए एक रुपए का सिक्का काफी खर्चीला होता है। एक रुपए का सिक्का बनाने में 1 रुपए और 11 पैसे का खर्च आता है इसलिए सरकार बहुत जल्द एक रुपए के सिक्के बंद सर सकती है।


अन्य सिक्कों का खर्च

हालांकि सरकार को सिर्फ एक रुपए का सिक्का ही महंगा पड़ता है। बात अगर दो, पांच या दस रुपए के सिक्के की करें तो इनके निर्माण में इतना खर्च नहीं आता जितना एक रुपए के सिक्के में आता है। 2 रुपए के सिक्के की लागत 1 रुपए 28 पैसे होती है। वहीं 5 और 10 रुपए के सिक्के में क्रमश: 3 रुपए 69 पैसे और 5 रुपए 54 पैसे की लागत आती है।

Read the Latest business News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले business news in Hindi की ताज़ा खबरें हिंदी में पत्रिका पर