ये थीं ड्रीम बजट की खूबियां
28 फरवरी 1997 को पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम द्वारा पेश किए गए बजट में सरकार ने देश के इकोनॉमिक रिफॉर्म का रोडमैप तैयार किया था। इस बजट में टैक्स प्रावधान को तीन अलग स्लैब में बांट दिया गया था और काले धन को सामने लाने के लिए वॉलंटियरी डिसक्लोजर ऑफ इनकम स्कीम (वीडीआईएस) लॉन्च की गई थी। इतना ही नहीं, औद्योगिक विकास को ध्यान में रखते हुए कॉर्पोरेट के टैक्स पर सरचार्ज भी घटा दिया गया था।
क्या इस बार का बजट भी कहलाएगा ड्रीम बजट ?
उस दौरान सरकार की पर्सनल इनकम टैक्स से 18,700 करोड़ रुपए आय हुई थी। ड्रीम बजट का काफी व्यापक असर हुआ था। ऐसे में देखना ये होगा कि क्या केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा पेश होने वाला अंतरिम बजट भी ड्रीम बजट कहलाएगा। भारत के तमाम क्षेत्रों को सरकार से उम्मीद है कि बजट में उनकी मांग पूरी कर ली जाएगी। लेकिन सरकार के पिटारे से उनके लिए क्या कुछ निकलेगा ये बजट पेश होने के बाद ही पता चलेगा।
Read more stories on Budget 2019